मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल: Difference between revisions

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'''मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Major Vibhuti Shankar Dhoundiyal'') [[भारतीय सेना]] के जाबांज सैनिक थे। [[2019]] में [[जम्मू-कश्मीर]] के पुलवामा में आतंकवादियों से लोहा लेने के दौरान एनकाउंटर में शहीद हुए मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को [[भारत सरकार]] ने उनकी वीरता के लिये मरणोपरान्त 'शौर्य चक्र' से सम्मानित किया है।  
'''मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Major Vibhuti Shankar Dhoundiyal'') [[भारतीय सेना]] के जाबांज सैनिक थे। [[2019]] में [[जम्मू-कश्मीर]] के पुलवामा में आतंकवादियों से लोहा लेने के दौरान एनकाउंटर में शहीद हुए मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को [[भारत सरकार]] ने उनकी वीरता के लिये मरणोपरान्त 'शौर्य चक्र' से सम्मानित किया है।  



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thumb|250px|मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल (अंग्रेज़ी: Major Vibhuti Shankar Dhoundiyal) भारतीय सेना के जाबांज सैनिक थे। 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों से लोहा लेने के दौरान एनकाउंटर में शहीद हुए मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को भारत सरकार ने उनकी वीरता के लिये मरणोपरान्त 'शौर्य चक्र' से सम्मानित किया है।

  • शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल ने पुलवामा आतंकी हमले के गुनहगार आतंकियों से लोहा लिया था और एक ऑपरेशन के दौरान पांच खूंखार आतंकियों को मारने के बाद देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे।
  • मेजर ढोंडियाल ने एनकाउंटर के दौरान पांच आतंकवादियों को मार गिराया और 200 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद की थी। उन्होंने फ़रवरी 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में अपनी जान गंवा दी।
  • देश की खातिर मेजर विभूति शंकर पत्नी नितिका कौल को ऐसे वक्त में छोड़कर चले गए थे, जब उनकी शादी के एक साल भी पूरे नहीं हुए थे। हालांकि, करीब छह महीने बाद ओटीए, चेन्नई में कड़ी ट्रेनिंग के बाद वह इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट बन गईं। ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी में आयोजित पासिंग आउट परेड के बाद लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने उनके कंधे पर सितारे लगाकर उनको बधाई दी थी। लेफ्टिनेंट निकिता ने इलाहाबाद में वूमेन एंट्री स्कीम की परीक्षा पास की थी।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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