गुरमीत सिंह (लेफ्टिनेंट जनरल): Difference between revisions
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Latest revision as of 09:11, 11 June 2022
गुरमीत सिंह (लेफ्टिनेंट जनरल)
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पूरा नाम | लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह |
जन्म भूमि | भारत |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | भारतीय सैन्य अधिकारी व चीन मामलों के जानकार |
पद | राज्यपाल, उत्तराखंड- 15 सितंबर, 2021 से पदस्थ |
शिक्षा | पीएचडी (स्मार्ट पावर फॉर नेशनल सिक्योरिटी डायनेमिक्स) |
विद्यालय | चेन्नई विश्वविद्यालय |
पुरस्कार-उपाधि | परम विशिष्ट सेवा पदक |
अन्य जानकारी | लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह सेना से 2016 में सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने सेना में करीब 40 वर्ष की सेवा दी है। |
अद्यतन | 14:39, 11 जून 2022 (IST)
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लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (अंग्रेज़ी: Lieutenant General Gurmit Singh) भारतीय सेना के पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल हैं। वह उत्तराखंड के राज्यपाल बनाये गये हैं। गुरमीत सिंह सेना में उच्च पदों पर रहे हैं। इस दौरान वह चीन से जुड़े सामरिक मामलों को भी देख चुके हैं। राज्य के आठवें राज्यपाल के तौर पर सैन्य बहुल और सीमांत राज्य में उनकी नियुक्ति को केंद्र की खास रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। गुरमीत सिंह राज्य में सिक्ख समुदाय से ताल्लुक रखने वाले दूसरे राज्यपाल हैं। उत्तराखंड के पहले राज्यपाल सरदार सुरजीत सिंह बरनाला थे।
चीन मामलों के जानकार
गुरमीत सिंह जी चीन मामलों से जुड़े मिलिट्री ऑपरेशन के निदेशक भी रहे हैं। जिन्होंने 7 बार चीन जाकर इन मामलों में भारत का पक्ष रखा है। उन्होंने सैनिक स्कूल कपूरथला (पंजाब) से स्कूलिंग की और नेशनल डिफेंस कॉलेज और डिफेंस सर्विसेज स्टाफ से स्नातक किया है। गुरमीत सिंह ने चेन्नई और इंदौर विश्वविद्यालयों से दो एम फिल डिग्री ली है। उन्होंने चेन्नई विश्वविद्यालय से 'स्मार्ट पावर फार नेशनल सिक्योरिटी डायनेमिक्स' विषय पर पीएचडी की है।[1]
राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित
लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह सेना से 2016 में सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने सेना में करीब 40 वर्ष की सेवा दी। इस दौरान उन्होंने चार बार 'राष्ट्रपति पुरस्कार' और दो 'चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमंडेशन अवॉर्ड' प्राप्त किए। लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह सेना डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ रहे हैं।
उत्तराखंड का विकास
अपने शपथ ग्रहण समारोह के बाद मीडिया से बात करते हुए राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा था कि, वीरों की भूमि उत्तराखंड में मुझे राज्यपाल के पद पर काम करने का मौका मिला है। उत्तराखंड के विकास के लिए सबको साथ मिलकर काम करना होगा। इसके साथ ही उत्तराखंड में पर्यटन के तौर पर भी अपार संभावनाएं हैं, जिसके लिए राज्य सरकार बेहतर तरीके से काम कर रही है।
वहीं उन्होंने देव भूमि के शहीदों को नमन करते हुए कहा कि 'उत्तराखंड की बच्चियों को भी फौज में जाने का मौका मिल सके, इस पर काम किया जाएगा।' उन्होंने उत्तराखंड के चारों धामों का जिक्र करते हुए कहा कि 'यह वीरों की भूमि होने के साथ-साथ देवों की भूमि भी है, मैं सभी को नमन करता हूं।'
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) गुरमीत सिंह बने उत्तराखंड के आठवें राज्यपाल (हिंदी) abplive.com। अभिगमन तिथि: 11 जून, 2022।
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क्रमांक | राज्य | राज्यपाल/उपराज्यपाल | चित्र | कार्यकाल प्रारम्भ |