वृन्दावन गार्डन मैसूर: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
m (Text replacement - "हुयी " to "हुई ")
 
(8 intermediate revisions by 4 users not shown)
Line 1: Line 1:
[[चित्र:Vrindavan-Garden-Mysore.jpg|thumb|250px|वृन्दावन गार्डन, [[मैसूर]]]]
[[चित्र:Vrindavan-Garden-Mysore.jpg|thumb|250px|वृन्दावन गार्डन, [[मैसूर]]]]
वृंदावन गार्डन, [[कर्नाटक]] राज्य, [[मैसूर]] शहर से लगभग 19 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह ख़ूबसूरत गार्डन [[कावेरी नदी]] पर बने [[कृष्णराज सागर बाँध मैसूर|कृष्णराज सागर बांध]] के नीचे है। इस गार्डन की नींव [[1927]] में रखी गयी थी और इसका निर्माण कार्य [[1932]] में पूरा हुआ था। यह गार्डन 20 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस गार्डन की सजावट नृत्य करते फव्‍वारों और फूलों से हुयी है। इस गार्डन में फ़िल्‍मों की शूटिंग अक्‍सर होती रहती है।<ref>{{cite web |url=http://khulasaa.com/index.php?option=com_content&view=article&id=146&Itemid=49 |title=वृन्दावन गार्डन |accessmonthday=[[26 अप्रॅल]] |accessyear=[[2011]] |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=खुलासा डॉट कॉम |language=[[हिन्दी]] }}</ref>
[[चित्र:Administrative-Building-Vrindawan-Gardens-Mysore.jpg|thumb|250px|प्रशासनिक भवन, वृन्दावन गार्डन, [[मैसूर]]]]
'''वृन्दावन गार्डन''', [[कर्नाटक]] राज्य, [[मैसूर]] शहर से लगभग 19 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह ख़ूबसूरत गार्डन [[कावेरी नदी]] पर बने [[कृष्णराज सागर बाँध मैसूर|कृष्णराज सागर बांध]] के नीचे है। इस गार्डन की नींव [[1927]] में रखी गयी थी और इसका निर्माण कार्य [[1932]] में पूरा हुआ था। यह गार्डन 20 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस गार्डन की सजावट नृत्य करते फव्‍वारों और फूलों से हुई है। इस गार्डन में फ़िल्‍मों की शूटिंग अक्‍सर होती रहती है।<ref>{{cite web |url=http://khulasaa.com/index.php?option=com_content&view=article&id=146&Itemid=49 |title=वृन्दावन गार्डन |accessmonthday=[[26 अप्रॅल]] |accessyear=[[2011]] |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=खुलासा डॉट कॉम |language=[[हिन्दी]] }}</ref> मैसूर शहर में आने वाला प्रत्येक यात्री प्रसिद्ध वृन्दावन गार्डन देखना एक आवश्यक कार्य मानता था। इस गार्डन में फव्वारों का जल प्रपात, मर्मर पक्षी और आकर्षक [[भारत के पुष्प|फूलों]] की बहुतायत देखते ही बनती थी।
==परिचय==
==परिचय==
वृंदावन गार्डन तीन छतों में बना है जिसमें पानी के फव्वारे, पेड़, बेलबूटे और फूलों के पौधे शामिल हैं। इस गार्डन का विशेष आकर्षण 'म्यूजिकल फाउन्टेन्स' में [[संगीत]] की लहरी पर झूमते-नाचते पानी के फव्वारों का एक छोटा-सा शो है। इस विशाल गार्डन में नौका विहार का आनंद भी उठाया जा सकता है। मैसूर में पर्यटकों को वृंदावन गार्डन देखने जरूर जाना चाहिए।<ref>{{cite web |url=http://www.jagranyatra.com/2010/03/heritage-sites-karnataka/ |title=वृन्दावन गार्डन |accessmonthday=[[26 अप्रॅल]] |accessyear=[[2011]] |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=जागरण यात्रा |language=[[हिन्दी]] }}</ref>शाम होने के बाद वृंदावन गार्डन में लयबद्ध तरीके से जलती-बुझती रोशनी और [[संगीत]] पर पानी के फव्वारों का नृत्य देखने के लिए भीड़ जुटती है। जिस प्रकार शाम रात की ओर बढ़ने लगती है, वाद्य यंत्रों की धुन पर पानी के रंग-बिरंगे फव्वारे जीवंत हो जाते हैं। यह नजारा इतना अद्भुत होता है कि मानो पर्यटक परियों के देश में पहुँच गए हों। हर साल लगभग 20-22 लाख पर्यटक इसको देखने आते हैं। यह उद्यान सामान्य जनता के लिये निःशुल्क खुला रहता है।
वृंदावन गार्डन तीन छतों में बना है जिसमें पानी के फ़व्वारे, पेड़, बेलबूटे और फूलों के पौधे शामिल हैं। इस गार्डन का विशेष आकर्षण 'म्यूजिकल फाउन्टेन्स' में [[संगीत]] की लहरी पर झूमते-नाचते पानी के फव्वारों का एक छोटा-सा शो है। इस विशाल गार्डन में नौका विहार का आनंद भी उठाया जा सकता है। मैसूर में पर्यटकों को वृंदावन गार्डन देखने ज़रूर जाना चाहिए।<ref>{{cite web |url=http://www.jagranyatra.com/2010/03/heritage-sites-karnataka/ |title=वृन्दावन गार्डन |accessmonthday=[[26 अप्रॅल]] |accessyear=[[2011]] |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=जागरण यात्रा |language=[[हिन्दी]] }}</ref>शाम होने के बाद वृंदावन गार्डन में लयबद्ध तरीके से जलती-बुझती रोशनी और [[संगीत]] पर पानी के फव्वारों का नृत्य देखने के लिए भीड़ जुटती है। जिस प्रकार शाम रात की ओर बढ़ने लगती है, वाद्य यंत्रों की धुन पर पानी के रंग-बिरंगे फ़व्वारे जीवंत हो जाते हैं। यह नज़ारा इतना अद्भुत होता है कि मानो पर्यटक परियों के देश में पहुँच गए हों। हर साल लगभग 20-22 लाख पर्यटक इसको देखने आते हैं। यह उद्यान सामान्य जनता के लिये निःशुल्क खुला रहता है।
==प्रमुख आकर्षण==
==प्रमुख आकर्षण==
*उद्यान में कर्तनकला (यहाँ झाडियों को जानवरों के आकार में काटकर बनाया गया है)  
*उद्यान में कर्तनकला (यहाँ झाड़ियों को जानवरों के आकार में काटकर बनाया गया है)  
*लतामंडप (विसर्पि पौधों की लताओं से ढका रास्ता)
*लतामंडप (विसर्पि पौधों की लताओं से ढका रास्ता)
*धारागृह  
*धारागृह  
*संगीतमय फुव्वारे
*संगीतमय फ़व्वारे
*झील
*झील
{{प्रचार}}
 
{{लेख प्रगति
{{लेख प्रगति
|आधार=
|आधार=
Line 17: Line 18:
|शोध=
|शोध=
}}
}}
{{संदर्भ ग्रंथ}}
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>
Line 26: Line 27:
[[Category:मैसूर]]
[[Category:मैसूर]]
[[Category:पर्यटन कोश]]
[[Category:पर्यटन कोश]]
[[Category:बाँध]]
[[Category:भूगोल कोश]]
__INDEX__
__INDEX__
__NOTOC__

Latest revision as of 07:40, 7 November 2017

[[चित्र:Vrindavan-Garden-Mysore.jpg|thumb|250px|वृन्दावन गार्डन, मैसूर]] [[चित्र:Administrative-Building-Vrindawan-Gardens-Mysore.jpg|thumb|250px|प्रशासनिक भवन, वृन्दावन गार्डन, मैसूर]] वृन्दावन गार्डन, कर्नाटक राज्य, मैसूर शहर से लगभग 19 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह ख़ूबसूरत गार्डन कावेरी नदी पर बने कृष्णराज सागर बांध के नीचे है। इस गार्डन की नींव 1927 में रखी गयी थी और इसका निर्माण कार्य 1932 में पूरा हुआ था। यह गार्डन 20 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस गार्डन की सजावट नृत्य करते फव्‍वारों और फूलों से हुई है। इस गार्डन में फ़िल्‍मों की शूटिंग अक्‍सर होती रहती है।[1] मैसूर शहर में आने वाला प्रत्येक यात्री प्रसिद्ध वृन्दावन गार्डन देखना एक आवश्यक कार्य मानता था। इस गार्डन में फव्वारों का जल प्रपात, मर्मर पक्षी और आकर्षक फूलों की बहुतायत देखते ही बनती थी।

परिचय

वृंदावन गार्डन तीन छतों में बना है जिसमें पानी के फ़व्वारे, पेड़, बेलबूटे और फूलों के पौधे शामिल हैं। इस गार्डन का विशेष आकर्षण 'म्यूजिकल फाउन्टेन्स' में संगीत की लहरी पर झूमते-नाचते पानी के फव्वारों का एक छोटा-सा शो है। इस विशाल गार्डन में नौका विहार का आनंद भी उठाया जा सकता है। मैसूर में पर्यटकों को वृंदावन गार्डन देखने ज़रूर जाना चाहिए।[2]शाम होने के बाद वृंदावन गार्डन में लयबद्ध तरीके से जलती-बुझती रोशनी और संगीत पर पानी के फव्वारों का नृत्य देखने के लिए भीड़ जुटती है। जिस प्रकार शाम रात की ओर बढ़ने लगती है, वाद्य यंत्रों की धुन पर पानी के रंग-बिरंगे फ़व्वारे जीवंत हो जाते हैं। यह नज़ारा इतना अद्भुत होता है कि मानो पर्यटक परियों के देश में पहुँच गए हों। हर साल लगभग 20-22 लाख पर्यटक इसको देखने आते हैं। यह उद्यान सामान्य जनता के लिये निःशुल्क खुला रहता है।

प्रमुख आकर्षण

  • उद्यान में कर्तनकला (यहाँ झाड़ियों को जानवरों के आकार में काटकर बनाया गया है)
  • लतामंडप (विसर्पि पौधों की लताओं से ढका रास्ता)
  • धारागृह
  • संगीतमय फ़व्वारे
  • झील


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. वृन्दावन गार्डन (हिन्दी) खुलासा डॉट कॉम। अभिगमन तिथि: 26 अप्रॅल, 2011
  2. वृन्दावन गार्डन (हिन्दी) जागरण यात्रा। अभिगमन तिथि: 26 अप्रॅल, 2011

संबंधित लेख