सुनेत: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
('{{पुनरीक्षण}} सुनेत एक प्राचीन नगर जो पंजाब राज्य के ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
Line 1: Line 1:
{{पुनरीक्षण}}
{{पुनरीक्षण}}
सुनेत एक प्राचीन नगर जो [[पंजाब]] राज्य के लुधियाना ज़िले में स्थित है।
सुनेत एक प्राचीन नगर जो [[पंजाब]] राज्य के लुधियाना ज़िले में स्थित था।
==इतिहास==
==इतिहास==
सुनेत के ऐतिहासिक महत्त्व के दो कारण हैं, एक- यहाँ से 200 ई. पू. से 300 ई. तक के नगरीय तत्त्व मिले हैं तथा दूसरा- सुनेत में सिक्कों का बड़ी संख्या में पाया जाना है। सुनेत से भण्डारगृहों, विस्तृत [[जल]]-निकास व्यवस्था, नौकरों के मकान तथा पानी छिड़कने वाले सुराहीनुमा हजारे के अवशेष मिले हैं। कुषाणयुगीन अभिलिखित मृण्मय मुहरें एवं मुहरछापे मिली हैं। सुनेत टकसाल तो था ही सिक्के ढालने के साँचों को बनाने का केन्द्र भी था। यहाँ से कुषाण शासक [[वासुदेव (कुषाण)|वासुदेव]] तथा [[हुविष्क]] के सिक्के मिले हैं।  
सुनेत के ऐतिहासिक महत्त्व के दो कारण हैं, एक-यहाँ से 200 ई. पू. से 300 ई. तक के नगरीय तत्त्व मिले हैं तथा दूसरा-सुनेत में सिक्कों का बड़ी संख्या में पाया जाना है। सुनेत से भण्डारगृहों, विस्तृत [[जल]]-निकास व्यवस्था, नौकरों के मकान तथा पानी छिड़कने वाले सुराहीनुमा हजारे के अवशेष मिले हैं। कुषाणयुगीन अभिलिखित मृण्मय मुहरें एवं मुहरछापे मिली हैं। सुनेत टकसाल तो था ही सिक्के ढालने के साँचों को बनाने का केन्द्र भी था। यहाँ से कुषाण शासक [[वासुदेव (कुषाण)|वासुदेव]] तथा [[हुविष्क]] के सिक्के मिले हैं।  





Revision as of 06:17, 26 June 2011

चित्र:Icon-edit.gif इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"

सुनेत एक प्राचीन नगर जो पंजाब राज्य के लुधियाना ज़िले में स्थित था।

इतिहास

सुनेत के ऐतिहासिक महत्त्व के दो कारण हैं, एक-यहाँ से 200 ई. पू. से 300 ई. तक के नगरीय तत्त्व मिले हैं तथा दूसरा-सुनेत में सिक्कों का बड़ी संख्या में पाया जाना है। सुनेत से भण्डारगृहों, विस्तृत जल-निकास व्यवस्था, नौकरों के मकान तथा पानी छिड़कने वाले सुराहीनुमा हजारे के अवशेष मिले हैं। कुषाणयुगीन अभिलिखित मृण्मय मुहरें एवं मुहरछापे मिली हैं। सुनेत टकसाल तो था ही सिक्के ढालने के साँचों को बनाने का केन्द्र भी था। यहाँ से कुषाण शासक वासुदेव तथा हुविष्क के सिक्के मिले हैं।



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख