अश्लेशा नक्षत्र: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
Line 1: Line 1:
अश्लेशा [[नक्षत्र]] नौवाँ नक्षत्र है। यह कर्क राशि के अंतर्गत आता है।
<poem>अर्थ - आलिंगन
<poem>अर्थ - आलिंगन
देव - सर्प</poem>
देव - सर्प</poem>
*अश्लेशा [[नक्षत्र]] नौवाँ नक्षत्र है।
*यह कर्क राशि के अंतर्गत आता है।
*[[सूर्य]] के नजदीक होने से इसे प्रातः देखा जा सकता है।  
*[[सूर्य]] के नजदीक होने से इसे प्रातः देखा जा सकता है।  
*अश्लेशा में सर्प का व्रत और पूजन किया जाता है।
*अश्लेशा में सर्प का व्रत और पूजन किया जाता है।
Line 8: Line 7:
*नागकेशर के पेड़ को अश्लेशा नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है।  
*नागकेशर के पेड़ को अश्लेशा नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है।  
*अश्लेशा नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग नागकेशर की पूजा करते है।  
*अश्लेशा नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग नागकेशर की पूजा करते है।  
*इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के ख़ाली हिस्से में नागकेशर के पेड को लगाते है,
*इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के ख़ाली हिस्से में नागकेशर के पेड को लगाते है।




Line 16: Line 15:
<references/>
<references/>
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{नक्षत्र}}{{काल गणना}}
{{नक्षत्र}}
[[Category:ग्रह-नक्षत्र ज्योतिष]]
[[Category:ग्रह-नक्षत्र ज्योतिष]]
[[Category:पौराणिक_कोश]]
[[Category:पौराणिक_कोश]]
[[Category:काल गणना]]
[[Category:काल गणना]]
__INDEX__
__INDEX__

Revision as of 13:32, 3 May 2012

अश्लेशा नक्षत्र नौवाँ नक्षत्र है। यह कर्क राशि के अंतर्गत आता है।

अर्थ - आलिंगन
देव - सर्प

  • सूर्य के नजदीक होने से इसे प्रातः देखा जा सकता है।
  • अश्लेशा में सर्प का व्रत और पूजन किया जाता है।
  • अश्लेशा नक्षत्र के देवता बुध को माना जाता है।
  • नागकेशर के पेड़ को अश्लेशा नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है।
  • अश्लेशा नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग नागकेशर की पूजा करते है।
  • इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के ख़ाली हिस्से में नागकेशर के पेड को लगाते है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख