बेबी रानी मौर्य: Difference between revisions
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Latest revision as of 12:10, 11 June 2022
बेबी रानी मौर्य
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पूरा नाम | बेबी रानी मौर्य |
जन्म | 15 अगस्त, 1956 |
जन्म भूमि | आगरा, उत्तर प्रदेश |
पति/पत्नी | प्रदीप कुमार मौर्य |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | राजनीतिज्ञ |
पार्टी | भारतीय जनता पार्टी |
पद | राज्यपाल, उत्तराखंड- 26 अगस्त, 2018 से 15 सितंबर, 2021 सदस्य, राष्ट्रीय महिला आयोग- 20 फ़रवरी, 2002 से 19 फ़रवरी, 2005 |
संबंधित लेख | राज्यपाल, भारत के राज्यों के वर्तमान राज्यपालों की सूची |
अद्यतन | 17:37, 11 जून 2022 (IST)
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बेबी रानी मौर्य (अंग्रेज़ी: Baby Rani Maurya, जन्म- 15 अगस्त, 1956, आगरा, उत्तर प्रदेश) भारतीय जनता पार्टी की राजनीतिज्ञ हैं। वह उत्तराखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं। यह पद उन्होंने 26 अगस्त, 2018 से ग्रहण किया था। उनसे पहले डॉ. के. के. पॉल का कार्यकाल 8 जुलाई, 2018 को समाप्त हो गया था, जिसके बाद बेबी रानी मौर्य को राज्य का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। बेबी रानी मौर्य 1995 से 2000 तक आगरा की महापौर तथा 2002 से 2005 तक 'राष्ट्रीय महिला आयोग' की सदस्य रह चुकी हैं। कांग्रेस नेत्री मारग्रेट आल्वा के बाद बेबी रानी मौर्य राज्य की दूसरी महिला राज्यपाल थीं।
परिचय
बेबी रानी मौर्य का जन्म 15 अगस्त, 1956 को उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध ऐतिहासिक शहर आगरा में हुआ। गैर राजनीतिक परिवार से आने वाली बेबी रानी मौर्य के ससुर एक आईपीएस अधिकारी थे। उनके पति पंजाब नैशनल बैंक में उच्च पद पर रह चुके हैं। अपनी शिक्षा के अंतर्गत उन्होंने बीएड और फिर कला में परास्नातक किया है।
विभिन्न पदों पर कार्य
ससुर की इजाजत से राजनीति में कदम रखने वाली बेबी रानी मौर्य 1997 में राष्ट्रीय अनुसूचित मोर्चा की कोषाध्यक्ष रहीं हैं। वर्तमान में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उस समय राष्ट्रीय अनुसूचित मोर्चा के अध्यक्ष थे। आगरा की मेयर के बाद 2001 में प्रदेश सामाजिक कल्याण बोर्ड के सदस्य बनीं और एक साल बाद ही राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य बन गईं। वहीं साल 2013 से 2015 तक उन्होंने बीजेपी प्रदेश मंत्री का दायित्व संभाला।[1]
भाजपा ने 2007 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में एत्मादपुर सीट से चुनाव लड़ने के लिए बेबी रानी मौर्या को नामित किया; हालांकि, इस चुनाव में वह अपने बहुजन समाज पार्टी के प्रतिद्वंद्वी नारायण सिंह सुमन से पराजित हो गईं। 2013 से 2015 तक वह भाजपा द्वारा सौंपी गयी राज्य स्तर की कई जिम्मेदारियों में शामिल थीं। जुलाई 2018 में उन्हें बाल अधिकार संरक्षण के राज्य आयोग का सदस्य बनाया गया था।
राज्यपाल
21 अगस्त, 2018 को बेबी रानी मौर्य को भारत सरकार द्वारा उत्तराखण्ड की राज्यपाल नियुक्त किया गया। नैनीताल स्थित राजभवन में आयोजित एक समारोह में उन्होंने 26 अगस्त को उत्तराखण्ड की राज्यपाल के रूप में शपथ ली, जिससे वह 2009 में नियुक्त मार्गरेट अल्वा के बाद इस पद को सुशोभित करने वाली दूसरी महिला बन गईं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ आगरा महापौर से राज्यपाल तक का सफर (हिंदी) navbharattimes.indiatimes.com। अभिगमन तिथि: 7 सितंबर, 2020।
संबंधित लेख
- पुनर्प्रेषित साँचा:राज्यपाल, उपराज्यपाल व प्रशासक