धरणीकोटा: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
('{{पुनरीक्षण}} '''धरणीकोटा/धरनीकोटा''' धरणीकोटा एक प्रसि...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
'''धरणीकोटा/धरनीकोटा'''<br /> | |||
'''धरणीकोटा/धरनीकोटा''' | |||
धरणीकोटा एक प्रसिद्ध नगर जो [[आंध्र प्रदेश]] के गुंटूर ज़िले में [[कृष्णा नदी]] के दाहिने किनारे पर स्थित है। | धरणीकोटा एक प्रसिद्ध नगर जो [[आंध्र प्रदेश]] के गुंटूर ज़िले में [[कृष्णा नदी]] के दाहिने किनारे पर स्थित है। | ||
==उत्खनन== | ==उत्खनन== | ||
Line 14: | Line 13: | ||
==बाहरी कड़ियाँ== | ==बाहरी कड़ियाँ== | ||
==संबंधित लेख | ==संबंधित लेख== | ||
{{आंध्र प्रदेश के | {{आंध्र प्रदेश के नगर}} | ||
[[Category:आंध्र प्रदेश के | [[Category:आंध्र प्रदेश के नगर]] | ||
[[Category:भारत के नगर]] | [[Category:भारत के नगर]] | ||
[[Category:आंध्र प्रदेश]] | [[Category:आंध्र प्रदेश]] |
Revision as of 09:17, 28 June 2011
धरणीकोटा/धरनीकोटा
धरणीकोटा एक प्रसिद्ध नगर जो आंध्र प्रदेश के गुंटूर ज़िले में कृष्णा नदी के दाहिने किनारे पर स्थित है।
उत्खनन
धरणीकोटा के उत्खननों में सबसे महत्त्वपूर्ण खोज पत्थर से काटकर बनाई गई नौ परिवहन नहर है, जिसके साथ एक जहाज घाट भी प्रकाश में आया है। धरणीकोटा से प्राप्त पुरा वस्तुओं में दाँतेदार चिन्ह वाले भाण्ड आरेटाइन ठीकरे और रोमन दोहत्थे कलश शामिल हैं, जो रोमन सम्पर्क और प्रभाव का संकेत देते हैं। इनके अतिरिक्त सीसे की वस्तुएँ एवं परवर्ती सातवाहन काल के ताम्र एवं काँच के सिक्के (जिन पर शेर और हाथी के चित्र उत्कीर्ण हैं) और हाथीदाँत की बनी मुहर भी प्राप्त हुई है। धरणीकोटा के अभिलेखों से यह इंगित होता है कि यह सातवाहन और इक्ष्वाकु कालों में बौद्ध धर्म के महासंघिक सम्प्रदाय के चैत्यक पंथ का एक महत्त्वपूर्ण केन्द्र था।
|
|
|
|
|