चंद्रगुप्तपटनम: Difference between revisions
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'''चंद्रगुप्तपटनम''' [[महबूबनगर ज़िला]], [[आन्ध्र प्रदेश]] में स्थित एक नगर है। [[कृष्णा नदी]] के वाम तट पर [[अमराबाद]] से 32 मील {{मील|मील=32}} की दूरी पर दक्षिण की ओर यह स्थित है। [[वारंगल]] नरेश [[प्रतापरुद्रदेव]] के शासन काल में यह नगर समृद्ध एवं सम्पन्न था। | '''चंद्रगुप्तपटनम''' [[महबूबनगर ज़िला]], [[आन्ध्र प्रदेश]] में स्थित एक नगर है। [[कृष्णा नदी]] के वाम तट पर [[अमराबाद]] से 32 मील {{मील|मील=32}} की दूरी पर दक्षिण की ओर यह स्थित है। [[वारंगल]] नरेश [[प्रतापरुद्रदेव]] के शासन काल में यह नगर समृद्ध एवं सम्पन्न था।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=316|url=}}</ref> | ||
*इस नगर में प्राचीन मंदिरों के [[अवशेष]] आज भी देखे जा सकते हैं। | *इस नगर में प्राचीन मंदिरों के [[अवशेष]] आज भी देखे जा सकते हैं। | ||
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*[[जैन]] किंवदंतियों के अनुसार चंद्रगुप्त वृद्धावस्था में [[जैन धर्म]] में दीक्षित होकर [[दक्षिण भारत]] में जाकर रहने लगे थे। | *[[जैन]] किंवदंतियों के अनुसार चंद्रगुप्त वृद्धावस्था में [[जैन धर्म]] में दीक्षित होकर [[दक्षिण भारत]] में जाकर रहने लगे थे। | ||
*[[मैसूर]] की [[चंद्रगिरि|चंद्रगिरि पहाड़ी]], जो कि [[श्रवणबेलगोला मैसूर|श्रवणबेलगोला]] के निकट स्थित है, चंद्रगुप्त के नाम ही से प्रसिद्ध कही जाती है। | *[[मैसूर]] की [[चंद्रगिरि|चंद्रगिरि पहाड़ी]], जो कि [[श्रवणबेलगोला मैसूर|श्रवणबेलगोला]] के निकट स्थित है, चंद्रगुप्त के नाम ही से प्रसिद्ध कही जाती है। | ||
*सम्भवत: चंद्रगुप्तपटनम का भी कुछ संबंध [[मौर्य]] सम्राट के दक्षिण भारत में आवास काल से रहा हो। | *सम्भवत: चंद्रगुप्तपटनम का भी कुछ संबंध [[मौर्य]] सम्राट के [[दक्षिण भारत]] में आवास काल से रहा हो। | ||
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चंद्रगुप्तपटनम महबूबनगर ज़िला, आन्ध्र प्रदेश में स्थित एक नगर है। कृष्णा नदी के वाम तट पर अमराबाद से 32 मील (लगभग 51.2 कि.मी.) की दूरी पर दक्षिण की ओर यह स्थित है। वारंगल नरेश प्रतापरुद्रदेव के शासन काल में यह नगर समृद्ध एवं सम्पन्न था।[1]
- इस नगर में प्राचीन मंदिरों के अवशेष आज भी देखे जा सकते हैं।
- यह संभव है कि इस नगर का नामकरण सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के नाम पर हुआ हो।
- जैन किंवदंतियों के अनुसार चंद्रगुप्त वृद्धावस्था में जैन धर्म में दीक्षित होकर दक्षिण भारत में जाकर रहने लगे थे।
- मैसूर की चंद्रगिरि पहाड़ी, जो कि श्रवणबेलगोला के निकट स्थित है, चंद्रगुप्त के नाम ही से प्रसिद्ध कही जाती है।
- सम्भवत: चंद्रगुप्तपटनम का भी कुछ संबंध मौर्य सम्राट के दक्षिण भारत में आवास काल से रहा हो।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 316 |