जुलाई: Difference between revisions
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Revision as of 07:51, 15 July 2013
जुलाई
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विवरण | ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का सातवाँ महीना है। |
हिंदी माह | आषाढ़ - श्रावण |
हिजरी माह | रमज़ान - शव्वाल |
कुल दिन | 31 |
व्रत एवं त्योहार | देवशयनी एकादशी, गुरु पूर्णिमा |
जयंती एवं मेले | जगन्नाथ रथयात्रा पुरी |
महत्त्वपूर्ण दिवस | भारतीय स्टेट बैंक स्थापना दिवस (1), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल स्थापना दिवस (27), विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस (28) |
पिछला | जून |
अगला | अगस्त |
अन्य जानकारी | जुलाई वर्ष के उन सात महीनों में से एक है जिनके दिनों की संख्या 31 होती है। |
अद्यतन | 19:51, 2 जून 2013 (IST)
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जुलाई (अंग्रेज़ी: July) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का सातवाँ महीना है। यह वर्ष के उन सात महीनों में से एक है जिनके दिनों की संख्या 31 होती है। ग्रेगोरी कैलंडर, दुनिया में लगभग हर जगह उपयोग किया जाने वाला कालदर्शक (कैलंडर) या तिथिपत्रक है। यह जूलियन कालदर्शक का रूपातंरण है। ग्रेगोरी कालदर्शक की मूल इकाई दिन होता है। 365 दिनों का एक वर्ष होता है, किन्तु हर चौथा वर्ष 366 दिन का होता है जिसे अधिवर्ष (लीप का साल) कहते हैं। सूर्य पर आधारित पंचांग हर 146,097 दिनों बाद दोहराया जाता है। इसे 400 वर्षों मे बाँटा गया है, और यह 20871 सप्ताह (7 दिनों) के बराबर होता है। इन 400 वर्षों में 303 वर्ष आम वर्ष होते हैं, जिनमें 365 दिन होते हैं। और 97 लीप वर्ष होते हैं, जिनमें 366 दिन होते हैं। इस प्रकार हर वर्ष में 365 दिन, 5 घंटे, 49 मिनट और 12 सेकंड होते है। इसे पोप ग्रेगोरी ने लागू किया था।[[चित्र:Jagannath-Rathyatra-4.jpg|thumb|left|जगन्नाथ रथयात्रा, पुरी (ओडिशा)]]
जुलाई के पर्व एवं त्योहार
रथयात्रा
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
जुलाई के महीने में उड़ीसा के पुरी नामक नगर में जगन्नाथ जी के प्रसिद्ध मंदिर में नयनाभिराम रथ-उत्सव मनाया जाता है। जगत के स्वामी जगन्नाथ जी, उनकी बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र की मूर्तियाँ तीन अलग-अलग रथों में सजा कर नगर में जलूस निकाला जाता है। प्रमुख रथ 14 मीटर ऊँचा, 10 वर्गफुट की चौड़ा है तथा 16 पहियों पर चलता है। हजारों भक्त इनको खींच कर 1.5 किलोमीटर दूर गुंडिचा मंदिर पहुँचाते हैं।
अन्तर्राष्ट्रीय आम उत्सव
दिल्ली में जुलाई के महीने में आम उत्सव का आयोजन किया जाता है। 1987 से प्रारंभ यह उत्सव दो दिन तक चलता है। इसमें आम की असंख्य किस्मों को प्रदर्शित किया जाता है। मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होता है।
चंपाकुलम नौका दौड़
जून के अंतिम सप्ताह या जुलाई के प्रथम सप्ताह में केरल की चंपाकुलम झील में इस नौका दौड़ का आयोजन किया जाता है। यह प्रतियोगिता राज्य में मौसम की सबसे पहली नौका दौड़ है। मलयालम महीने मिधुनम के मूलम दिवस पर आयोजित इस प्रतियोगिता को केरल की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित सर्प नाव दौड़ के रूप में माना जाता है। मल्लाहों का गीत वंछिपट्टू और रोमांचक चुंदनवैलम रेस इस आयोजन के प्रमुख आकर्षणों में से हैं।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ जुलाई माह के पर्व (हिंदी) अभिव्यक्ति। अभिगमन तिथि: 2 जून, 2013।
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