अनंतनाग: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "महत्वपूर्ण" to "महत्त्वपूर्ण") |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "गुरू" to "गुरु") |
||
Line 2: | Line 2: | ||
'''अनंतनाग''' [[जम्मू-कश्मीर]] राज्य में [[श्रीनगर]] से 50 किमी दक्षिण-पूर्व में [[झेलम नदी]] के किनारे स्थित है। | '''अनंतनाग''' [[जम्मू-कश्मीर]] राज्य में [[श्रीनगर]] से 50 किमी दक्षिण-पूर्व में [[झेलम नदी]] के किनारे स्थित है। | ||
*अनंतनाग [[कश्मीर]] की प्राचीन राजधानी था। ऐतिहासिक दृष्टि से भी यह जगह काफ़ी महत्त्वपूर्ण है। | *अनंतनाग [[कश्मीर]] की प्राचीन राजधानी था। ऐतिहासिक दृष्टि से भी यह जगह काफ़ी महत्त्वपूर्ण है। | ||
*सरोवरों के लिए प्रसिद्ध अनंतनाग जम्मू-कश्मीर का एक नगर है। सरोवर के अतिरिक्त यह जगह मंदिर, मस्जिद, | *सरोवरों के लिए प्रसिद्ध अनंतनाग जम्मू-कश्मीर का एक नगर है। सरोवर के अतिरिक्त यह जगह मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारों आदि के लिए भी जानी जाती है। | ||
*मुस्लिम शासन के समय यहाँ के शासकों ने अनंतनाग के मंदिर को नष्ट करके नगर को 'इस्लामाबाद' नाम दिया था, किंतु अभी तक प्राचीन नाम ही प्रचलित है। | *मुस्लिम शासन के समय यहाँ के शासकों ने अनंतनाग के मंदिर को नष्ट करके नगर को 'इस्लामाबाद' नाम दिया था, किंतु अभी तक प्राचीन नाम ही प्रचलित है। | ||
*अनंतनाग सूफी, [[संत]] और [[ऋषि मुनि|ऋषि- मुनियों]] की भूमि है। | *अनंतनाग सूफी, [[संत]] और [[ऋषि मुनि|ऋषि- मुनियों]] की भूमि है। |
Revision as of 13:03, 2 September 2013
[[चित्र:Martand-Sun-Temple.jpg|thumb|250px|मार्तण्ड सूर्य मंदिर, अनंतनाग]] अनंतनाग जम्मू-कश्मीर राज्य में श्रीनगर से 50 किमी दक्षिण-पूर्व में झेलम नदी के किनारे स्थित है।
- अनंतनाग कश्मीर की प्राचीन राजधानी था। ऐतिहासिक दृष्टि से भी यह जगह काफ़ी महत्त्वपूर्ण है।
- सरोवरों के लिए प्रसिद्ध अनंतनाग जम्मू-कश्मीर का एक नगर है। सरोवर के अतिरिक्त यह जगह मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारों आदि के लिए भी जानी जाती है।
- मुस्लिम शासन के समय यहाँ के शासकों ने अनंतनाग के मंदिर को नष्ट करके नगर को 'इस्लामाबाद' नाम दिया था, किंतु अभी तक प्राचीन नाम ही प्रचलित है।
- अनंतनाग सूफी, संत और ऋषि- मुनियों की भूमि है।
- यहाँ से 3 मील पूर्व की ओर प्रसिद्ध मार्तण्ड सूर्य मंदिर है। उत्तर-पश्चिमी भारत में सूर्य देव की उपासना प्रायः 11वीं शतीं ई. तक प्रचलित थी।
|
|
|
|
|