इक्षु: Difference between revisions
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|उदाहरण=सभी प्रकार के '''इक्षु''' (ईख) से बनाये जा सकनेवाले पदार्थ- जैसे राव, गुड़, खाँड़, चीनी, मिश्री, कन्द आदि बनाने का ज्ञान 'कला' है। | |उदाहरण=सभी प्रकार के '''इक्षु''' (ईख) से बनाये जा सकनेवाले पदार्थ- जैसे राव, गुड़, खाँड़, चीनी, मिश्री, कन्द आदि बनाने का ज्ञान 'कला' है। | ||
|विशेष=गन्ने के डंठल को '''इक्षु-कांड''' अथवा '''इक्षु दंड''' और गन्ने के रस से बने पदार्थ को 'इक्षुज' कहते है। गन्ना को 'इक्षु दंड' कहा जाता है और उसका रस 'इक्षु रस' है। गन्ने के रस से बनी चीनी को 'इक्षु-शर्करा' कहते हैं तथा ईख के रस से बनी वस्तु (गुड़, चीनी आदि) को 'इक्षु-सार' कहते हैं। | |विशेष=गन्ने के डंठल को '''इक्षु-कांड''' अथवा '''इक्षु दंड''' और गन्ने के रस से बने पदार्थ को '''इक्षुज''' कहते है। गन्ना को '''इक्षु दंड''' कहा जाता है और उसका रस '''इक्षु रस''' है। गन्ने के रस से बनी चीनी को '''इक्षु-शर्करा''' कहते हैं तथा ईख के रस से बनी वस्तु (गुड़, चीनी आदि) को '''इक्षु-सार''' कहते हैं। | ||
|पर्यायवाची=ईख शर्करा, मधु धुलि, शक्कर, शर्कर, सकर, खंडी, इक्षुज, कादंबर, खंडज, रसज | |पर्यायवाची=ईख शर्करा, मधु धुलि, शक्कर, शर्कर, सकर, खंडी, इक्षुज, कादंबर, खंडज, रसज | ||
|संस्कृत= [इष्यतेऽसौ माधुर्यात्-इष्+क्सु] गन्ना, ईख | |संस्कृत= [इष्यतेऽसौ माधुर्यात्-इष्+क्सु] गन्ना, ईख | ||
|अन्य ग्रंथ= | |अन्य ग्रंथ= | ||
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Revision as of 10:41, 17 July 2010
हिन्दी | गन्ना, ईख |
-व्याकरण | [संस्कृतभाषा धातु+ क्सु] पुल्लिंग- ईख |
-उदाहरण | सभी प्रकार के इक्षु (ईख) से बनाये जा सकनेवाले पदार्थ- जैसे राव, गुड़, खाँड़, चीनी, मिश्री, कन्द आदि बनाने का ज्ञान 'कला' है। |
-विशेष | गन्ने के डंठल को इक्षु-कांड अथवा इक्षु दंड और गन्ने के रस से बने पदार्थ को इक्षुज कहते है। गन्ना को इक्षु दंड कहा जाता है और उसका रस इक्षु रस है। गन्ने के रस से बनी चीनी को इक्षु-शर्करा कहते हैं तथा ईख के रस से बनी वस्तु (गुड़, चीनी आदि) को इक्षु-सार कहते हैं। |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | ईख शर्करा, मधु धुलि, शक्कर, शर्कर, सकर, खंडी, इक्षुज, कादंबर, खंडज, रसज |
संस्कृत | [इष्यतेऽसौ माधुर्यात्-इष्+क्सु] गन्ना, ईख |
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संबंधित शब्द | |
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