भवानी, इरोड: Difference between revisions

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*यह कस्बा [[शिव|भगवान शिव]] को समर्पित 'संगनेश्वरार मन्दिर' के लिये बहुत प्रसिद्ध है।
*यह क़स्बा [[शिव|भगवान शिव]] को समर्पित 'संगनेश्वरार मन्दिर' के लिये बहुत प्रसिद्ध है।
*'वेदागिरि', 'तिरूचेनागोड', 'मंगलागिरि', 'शंकागिरि' और 'पद्मागिरि' पूरे क्षेत्र को घेरे हुये हैं।
*'वेदागिरि', 'तिरूचेनागोड', 'मंगलागिरि', 'शंकागिरि' और 'पद्मागिरि' पूरे क्षेत्र को घेरे हुये हैं।
*भवानी कस्बा राज्य भर में अपने कालीन उद्योग के लिये बहुत प्रसिद्ध है। यहाँ की कालीनें देश भर में प्रसिद्ध हैं और राज्य के लोग इसे 'कालीन शहर' कहते हैं।
*भवानी क़स्बा राज्य भर में अपने कालीन उद्योग के लिये बहुत प्रसिद्ध है। यहाँ की कालीनें देश भर में प्रसिद्ध हैं और राज्य के लोग इसे 'कालीन शहर' कहते हैं।
*इस स्थान की जनसंख्या पचास हज़ार से अधिक है। यह कस्बा मूल रूप से एक [[प्रायद्वीप]] है, जो इरोड शहर के उत्तरी भाग में स्थित है।<ref>{{cite web |url= http://hindi.nativeplanet.com/erode/attractions/bhavani/|title= भवानी, इरोड|accessmonthday= 07 जनवरी|accessyear= 2015|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= नेटिव प्लेनेट|language= हिन्दी}}</ref>
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Latest revision as of 14:09, 6 April 2015

भवानी तमिलनाडु के प्रसिद्ध इरोड ज़िले में स्थित पूरे ज़िले की दूसरी सबसे बड़ी नगरपालिका है। इस स्थान को बहुत ही पवित्र माना जाता है, क्योंकि यह स्थान भवानी और कावेरी नदियों के संगम स्थल पर स्थित है।

  • कई लोग इस स्थान को "दक्षिण का त्रिवेणी संगम" भी कहते हैं।
  • यह क़स्बा भगवान शिव को समर्पित 'संगनेश्वरार मन्दिर' के लिये बहुत प्रसिद्ध है।
  • 'वेदागिरि', 'तिरूचेनागोड', 'मंगलागिरि', 'शंकागिरि' और 'पद्मागिरि' पूरे क्षेत्र को घेरे हुये हैं।
  • भवानी क़स्बा राज्य भर में अपने कालीन उद्योग के लिये बहुत प्रसिद्ध है। यहाँ की कालीनें देश भर में प्रसिद्ध हैं और राज्य के लोग इसे 'कालीन शहर' कहते हैं।
  • इस स्थान की जनसंख्या पचास हज़ार से अधिक है। यह क़स्बा मूल रूप से एक प्रायद्वीप है, जो इरोड शहर के उत्तरी भाग में स्थित है।[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भवानी, इरोड (हिन्दी) नेटिव प्लेनेट। अभिगमन तिथि: 07 जनवरी, 2015।

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