प्रयोग:दीपिका4: Difference between revisions
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-द्विपक्षीय वंशानुक्रम व्यवस्था | -द्विपक्षीय वंशानुक्रम व्यवस्था | ||
{ | {रॉबर्ड रेडफील्ड ने लद्यु समुदाय की परिभाषा में चार विशेषता बताई हैं, जिनमें तीन हैं- विशिष्टता, लद्युता और सजातीयता। उनके अनुसार निम्नलिखित में से कौन सी चौथी विशेषता हैं?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-292प्रश्न-16 | ||
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+अलगाव | +अलगाव | ||
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-समापन | -समापन | ||
{यदि कोई छात्र किसी कक्षा में | {यदि कोई छात्र किसी कक्षा में अनुत्तीर्ण हो जाता है तो उसके लिए कौन सी तरीका उचित होगा- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-322प्रश्न-40 | ||
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+उसे अपनी कमी को पूरा करने अवसर दिया जाय जिससे कि वह मेहनत से अपनी कमी को पूरा करके अगली कक्षा में भेजा जा सके। | +उसे अपनी कमी को पूरा करने अवसर दिया जाय जिससे कि वह मेहनत से अपनी कमी को पूरा करके अगली कक्षा में भेजा जा सके। | ||
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-उपर्युक्त सभी तरीके ठीक है कोई भी तरीका अपनाया जा सकता है। | -उपर्युक्त सभी तरीके ठीक है कोई भी तरीका अपनाया जा सकता है। | ||
{निम्नलिखित में से किसने भारतीय जनसंख्या को सात व्यापक प्रजातीय समूहों में वर्गीकृत किया है। (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.- | {निम्नलिखित में से किसने भारतीय जनसंख्या को सात व्यापक प्रजातीय समूहों में वर्गीकृत किया है। (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-427प्रश्न-18 | ||
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-हावल | -हावल | ||
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-मजूमदार और मदान | -मजूमदार और मदान | ||
{पंचायत राज्य शुभारंभ कहां किया गया था? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-549प्रश्न-51 | {[[पंचायत]] राज्य शुभारंभ कहां किया गया था? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-549प्रश्न-51 | ||
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+नागपुर | +[[नागपुर]] | ||
-नागौर | -[[नागौर]] | ||
- | -[[नैनीताल]] | ||
-नंदगांव | -[[नंदगांव]] | ||
{किस विद्वान ने जनांकिकी को | {किस विद्वान ने जनांकिकी को आदर्शात्मक विज्ञान तथा व्यावहारिक तकनीक दोनों ही माना है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-795प्रश्न-31 | ||
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-गार्नर | -गार्नर | ||
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+ग्रेनयेन | +ग्रेनयेन | ||
{ | {[[मध्य प्रदेश]] में महिलाओं की साक्षरता का अनुपात [[1991]] में क्या है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-230प्रश्न-23 | ||
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+28.80 | +28.80 | ||
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-सेना | -सेना | ||
-सिनेमा | -[[सिनेमा]] | ||
-समाचार पत्रों | -[[समाचार पत्र|समाचार पत्रों]] | ||
+सभी तीनों | +सभी तीनों | ||
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+सभी आयुवर्ग के व्यक्तियों को सम्मिलित करने के कारण | +सभी आयुवर्ग के व्यक्तियों को सम्मिलित करने के कारण | ||
-केवल प्रजनन क्षमता वाले व्यक्तियों को सम्मिलित करने के कारण | -केवल प्रजनन क्षमता वाले व्यक्तियों को सम्मिलित करने के कारण | ||
-अधिक वर्ष के व्यक्तियों को सम्मिलित करने के कारण | -अधिक [[वर्ष]] के व्यक्तियों को सम्मिलित करने के कारण | ||
-उपरोक्त | -उपरोक्त में से कोई भी नहीं | ||
{जब एक दम्पत्ति को निवास के लिए वर अथवा वधू के [[माता]]-[[पिता]] के साथ रहने का विकल्प उपलब्ध हो, तो इस स्थिति को कहा जाता है। (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-268प्रश्न-60 | |||
{जब एक दम्पत्ति को निवास के लिए वर अथवा वधू के माता-पिता के साथ रहने का विकल्प उपलब्ध हो, तो इस स्थिति को कहा जाता है।(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-268प्रश्न-60 | |||
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-प्रतिस्थानिक | -प्रतिस्थानिक | ||
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-शिक्षण को आसान बनाने के लिए किया जाता है। | -शिक्षण को आसान बनाने के लिए किया जाता है। | ||
+शिक्षण को रोचक, सुग्राह्य | +शिक्षण को रोचक, सुग्राह्य एवम प्रभावशाली बनाने के लिए किया जाता है। | ||
-शिक्षण को आकर्षण बनाने के लिए किया जाता है। | -शिक्षण को आकर्षण बनाने के लिए किया जाता है। | ||
-शिक्षक को सहायता देने के लिए किया जाता है। | -शिक्षक को सहायता देने के लिए किया जाता है। | ||
{समाजशास्त्र में आदर्शवादी संप्रदाय के जनक कौन हैं-- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.- | {समाजशास्त्र में आदर्शवादी संप्रदाय के जनक कौन हैं-- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-427प्रश्न-19 | ||
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+डील्थे | +डील्थे | ||
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-पारसंस | -पारसंस | ||
{'मॉडर्नाइजेशन ऑफ | {'मॉडर्नाइजेशन ऑफ इंडियन ट्रेडिशन' नामक पुस्तक के लेखक कौन है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-549प्रश्न-52 | ||
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-ए.आर. देसाई | -ए.आर. देसाई | ||
Line 114: | Line 113: | ||
-योगेन्द्र सिंह | -योगेन्द्र सिंह | ||
{भारत में अधिक मृत्युदर के लिए कौन सा कारक उत्तरदायी नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-795प्रश्न-32 | {[[भारत]] में अधिक मृत्युदर के लिए कौन सा कारक उत्तरदायी नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-795प्रश्न-32 | ||
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-उचित आवास का आभाव | -उचित आवास का आभाव | ||
Line 121: | Line 120: | ||
-चिकित्सा सुविधाओं की कमी | -चिकित्सा सुविधाओं की कमी | ||
{यदि उच्च वर्ग का | {यदि उच्च वर्ग का पुरूष निम्न वर्ग की स्त्री से [[विवाह]] करता है तो उस विवाह को कहा जाता है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-230प्रश्न-24 | ||
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- | -राक्षस विवाह | ||
-पैशाच विवाह | -पैशाच विवाह | ||
+अनुलोम विवाह | +अनुलोम विवाह | ||
-प्रतिलोम विवाह | -प्रतिलोम विवाह | ||
{जाति और संयुक्त परिवार व | {जाति और [[संयुक्त परिवार]] व व्यावसायिकता में बाधक नहीं रहे हैं। यह कथन है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-550प्रश्न-74 | ||
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- | -मैल्किम मैरियट | ||
-बी.आर. शर्मा | -बी.आर. शर्मा | ||
+ | +रोबर्ट रेडफील्ड | ||
-मिल्टन सिंगर | -मिल्टन सिंगर | ||
{ | {आगस्त काम्ट को समाजशास्त्र का जनक कहा जाता है क्योंकि सर्वप्रथम उन्होंने? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-637प्रश्न-11 | ||
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-समाजशास्त्र की परिभाषा दी | -समाजशास्त्र की परिभाषा दी | ||
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-समाजशास्त्र की पुस्तक लिखी | -समाजशास्त्र की पुस्तक लिखी | ||
{ | {जनांकिकी में जनसंख्या के आकार उसके घटक उसके क्षेत्रीय वितरण, जन्मदर, मृत्युदर, विवाहदर, प्रगतिशीलता तथा प्रसव संबंधी गणितीय जानकारी का अध्ययन करते हैं यह परिभाषा किसकी है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-796प्रश्न-45 | ||
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-चाइल्ड | -चाइल्ड | ||
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{नाइजीरिया की "याको" जनजाति में निम्नलिखित में से एक प्रकार का वंशक्रम पाया जाता है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-268प्रश्न-61 | {नाइजीरिया की "याको" जनजाति में निम्नलिखित में से एक प्रकार का वंशक्रम पाया जाता है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-268प्रश्न-61 | ||
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- | -मातृवंशीय | ||
-पितृवंशीय | -पितृवंशीय | ||
- | -द्विपक्षीय | ||
+दोहरा | +दोहरा | ||
{समाजशास्त्रियों के निम्नलिखित समूहों में से वह कौन सा एक समूह है जिसकी शेष बचे हुओं में | {समाजशास्त्रियों के निम्नलिखित समूहों में से वह कौन सा एक समूह है जिसकी शेष बचे हुओं में संमति नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-292प्रश्न-18 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-ई.दुर्खीम, बी. मैलिनॉस्की, ए.आर. रेडक्लिफ ब्राउन, के.डेविस | -ई.दुर्खीम, बी. मैलिनॉस्की, ए.आर. रेडक्लिफ ब्राउन, के.डेविस | ||
+आर. लिंटन, एम. बैंटन, आर मर्टन टी. | +आर. लिंटन, एम. बैंटन, आर मर्टन टी. पार्सन्स | ||
-ई. दुर्खीम, ई. इवांस-प्रिचार्ड, एम.एफ. नाडल, सी. लेवी-स्वोस | -ई. दुर्खीम, ई. इवांस-प्रिचार्ड, एम.एफ. नाडल, सी. लेवी-स्वोस | ||
-ए.कोंत, एच. स्पेंसर, एल. मॉर्गन, आर. मैकलिनन | -ए.कोंत, एच. स्पेंसर, एल. मॉर्गन, आर. मैकलिनन | ||
Line 170: | Line 169: | ||
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-पुस्तकालय में बैठने का समुचिक प्रबन्ध होना चाहिये। | -पुस्तकालय में बैठने का समुचिक प्रबन्ध होना चाहिये। | ||
-पुस्तकालय का कमरा, हवादार, प्रकाशयुक्त तथा | -पुस्तकालय का कमरा, हवादार, प्रकाशयुक्त तथा आकर्षक हो। | ||
+पुस्तकालय का प्रबन्ध कुशल पुस्तकालयाध्यक्ष के हाथ हो तथा उसमें बालकों की विभिन्न रुचियों की पुस्तकें हों। | +पुस्तकालय का प्रबन्ध कुशल पुस्तकालयाध्यक्ष के हाथ हो तथा उसमें बालकों की विभिन्न रुचियों की पुस्तकें हों। | ||
-पुस्तकें तथा पत्रिकाएँ मंगाने का काम एक समिति को सौंपा जाय। | -पुस्तकें तथा [[पत्रिका|पत्रिकाएँ]] मंगाने का काम एक समिति को सौंपा जाय। | ||
{जाति की संरचना की व्याख्या में सोपानक्रम के पहलू को किसने महत्व | {जाति की संरचना की व्याख्या में सोपानक्रम के पहलू को किसने महत्व दिया है- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-327प्रश्न-20 | ||
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+ड्यूमा | +ड्यूमा | ||
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{जन्मदार को प्रभावित करने वाली स्थितियां हैं-- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-795प्रश्न-33 | {जन्मदार को प्रभावित करने वाली स्थितियां हैं-- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-795प्रश्न-33 | ||
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-समाज की संस्कृति | -[[समाज]] की [[संस्कृति]] | ||
-नैतिक स्तर | -नैतिक स्तर | ||
-परम्पराएं | -परम्पराएं | ||
+उपरोक्त सभी | +उपरोक्त सभी | ||
{हिन्दुओं में सगोत्र प्रकार का विवाह क्या है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-230प्रश्न-25 | {[[हिन्दु|हिन्दुओं]] में सगोत्र प्रकार का [[विवाह]] क्या है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-230प्रश्न-25 | ||
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-नियमानुकूल | -नियमानुकूल | ||
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|type="()"} | |type="()"} | ||
-विकास के सिद्धांत के लिए | -विकास के सिद्धांत के लिए | ||
+समाज के सावयवी सिद्धांत के लिए | +[[समाज]] के सावयवी सिद्धांत के लिए | ||
-जनांकिकी के जैविकीय सिद्धांत के लिए | -जनांकिकी के जैविकीय सिद्धांत के लिए | ||
-सभी तीनों के लिए | -सभी तीनों के लिए | ||
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+उपसंस्कृति | +उपसंस्कृति | ||
{मनोविज्ञान का अंग्रेजी रूपांतर है "साइकॉलोजी" (psychology) इस शब्द की उत्पत्ति-- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-322प्रश्न-43 | {[[मनोविज्ञान]] का अंग्रेजी रूपांतर है "साइकॉलोजी" (psychology) इस शब्द की उत्पत्ति-- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-322प्रश्न-43 | ||
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-"साइके" (psyche) शब्द से हुई है। | -"साइके" (psyche) शब्द से हुई है। | ||
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+ए.सी. दुबे | +ए.सी. दुबे | ||
-हार्वड | -हार्वड वेकर | ||
-आर.के. मर्टन | -आर.के. मर्टन | ||
-इरविग गाफमैन | -इरविग गाफमैन | ||
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-पत्नी पिटाई | -पत्नी पिटाई | ||
{विश्वविद्यालयों में समाजशास्त्र का अध्ययन प्रारंम्भ कराने वाले समाजशास्त्री थे- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-637प्रश्न-13 | {[[विश्वविद्यालय|विश्वविद्यालयों]] में समाजशास्त्र का अध्ययन प्रारंम्भ कराने वाले समाजशास्त्री थे- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-637प्रश्न-13 | ||
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-आगस्त काम्ट | -आगस्त काम्ट | ||
Line 290: | Line 289: | ||
{किसने कहा था कि जनांकिकी जनसंख्या के आकार भौगोलिक वितरण, गठन परिवर्तन तथा जन्मदर मृत्युदर, प्रादेशिक गमन एवं सामाजिक गतिशीलता के रूप में जाने वाले कारकों का अध्ययन करता है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-796प्रश्न-47 | {किसने कहा था कि जनांकिकी जनसंख्या के आकार भौगोलिक वितरण, गठन परिवर्तन तथा जन्मदर मृत्युदर, प्रादेशिक गमन एवं सामाजिक गतिशीलता के रूप में जाने वाले कारकों का अध्ययन करता है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-796प्रश्न-47 | ||
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+ | +हाडजर और डंकन | ||
- | -मैकाइवर | ||
-मर्टन | -मर्टन | ||
-लिण्टन | -लिण्टन | ||
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{निम्नलिखित में कौन-सा विवाह स्वरूप एक विधुर के लिए पत्नी की बहन के साथ विवाह करने का सही प्रतिनिधित्व करता है (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-268प्रश्न-63 | {निम्नलिखित में कौन-सा [[विवाह]] स्वरूप एक विधुर के लिए पत्नी की [[बहन]] के साथ विवाह करने का सही प्रतिनिधित्व करता है (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-268प्रश्न-63 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-लेबीरेट | -लेबीरेट | ||
Line 311: | Line 310: | ||
-रेडक्लिफ-ब्राउन | -रेडक्लिफ-ब्राउन | ||
-नाडल | -नाडल | ||
- | -मोरिनी | ||
{मनोविज्ञान की उत्पत्ति का स्त्रोत क्या है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-322प्रश्न-44 | {[[मनोविज्ञान]] की उत्पत्ति का स्त्रोत क्या है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-322प्रश्न-44 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-प्राणी विज्ञान | -प्राणी विज्ञान | ||
Line 320: | Line 319: | ||
+दर्शनशास्त्र | +दर्शनशास्त्र | ||
{भारत में सामुदायिक विकास कार्यक्रमों का सूत्रपात कब हुआ | {[[भारत]] में सामुदायिक विकास कार्यक्रमों का सूत्रपात कब हुआ- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-327प्रश्न-22 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-15 अगस्त 1947 | -15 अगस्त 1947 | ||
Line 329: | Line 328: | ||
{सांस्कृतिककरण बिलम्बना का अर्थ है (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-549प्रश्न-55 | {सांस्कृतिककरण बिलम्बना का अर्थ है (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-549प्रश्न-55 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+सांस्कृतिक | +सांस्कृतिक पिछड़ापन | ||
-प्रौद्योगिक प्रगति | -प्रौद्योगिक प्रगति | ||
-सांस्कृतिक परिवर्तन के बीच अंतर | -सांस्कृतिक परिवर्तन के बीच अंतर | ||
-आधुनिक मूल्यों के बारे में अज्ञानता | -आधुनिक मूल्यों के बारे में अज्ञानता | ||
{सामाजिक व्यवस्था व्यवस्था द्वारा निर्धारित नियम | {सामाजिक व्यवस्था व्यवस्था द्वारा निर्धारित नियम किस तरह जन्मदर को प्रभावित करते है। इसका अध्ययन किस में किया जाता है--(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-795प्रश्न-35 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+सामाजिक जनांकिकी में | +सामाजिक जनांकिकी में | ||
Line 355: | Line 354: | ||
-पत्नी पिटाई | -पत्नी पिटाई | ||
{भारत में समाजशास्त्र के संस्थापक थे- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-637प्रश्न-14 | {[[भारत]] में समाजशास्त्र के संस्थापक थे- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-637प्रश्न-14 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+पेट्रिक गिडीज | +पेट्रिक गिडीज | ||
Line 372: | Line 371: | ||
{भारत में संयुक्त परिवार की विशेषता का विस्तृत स्वजन के रूप में किसने वर्णन किया हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-268प्रश्न-65 | {[[भारत]] में [[संयुक्त परिवार]] की विशेषता का विस्तृत स्वजन के रूप में किसने वर्णन किया हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-268प्रश्न-65 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+ए.आर. देसाई | +ए.आर. देसाई | ||
Line 386: | Line 385: | ||
+वैयक्तिक हित | +वैयक्तिक हित | ||
{मनोविज्ञान की सर्वमान्य परिभाषा क्या हो सकतीहै? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-322प्रश्न-45 | {[[मनोविज्ञान]] की सर्वमान्य परिभाषा क्या हो सकतीहै? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-322प्रश्न-45 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-मनोविज्ञान व्यवहार का घनात्मक विज्ञान है। | -मनोविज्ञान व्यवहार का घनात्मक विज्ञान है। | ||
Line 415: | Line 414: | ||
{विवाह के योग्य लड़की की आयु पन्द्रह वर्ष तथा लड़के की आयु अट्ठारह वर्ष किस अधिनियम में निश्चित की गई थीं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-230प्रश्न-28 | {[[विवाह]] के योग्य लड़की की आयु पन्द्रह वर्ष तथा लड़के की आयु अट्ठारह वर्ष किस अधिनियम में निश्चित की गई थीं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-230प्रश्न-28 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-शारदा अधिनियम | -शारदा अधिनियम | ||
+हिन्दू विवाह अधिनियम, 1955 | +[[हिन्दू विवाह]] अधिनियम, 1955 | ||
-विशेष विवाह अधिनियम, 1954 | -विशेष विवाह अधिनियम, 1954 | ||
-हिन्दू उत्तराधिकारी अधिनियम, 1956 | -हिन्दू उत्तराधिकारी अधिनियम, 1956 | ||
Line 431: | Line 430: | ||
{हम निम्नलिखित में से किसके सदस्य नहीं होते? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-637प्रश्न-15 | {हम निम्नलिखित में से किसके सदस्य नहीं होते? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-637प्रश्न-15 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-समाज | -[[समाज]] | ||
-समुदाय | -समुदाय | ||
+संस्था | +संस्था | ||
- | -समिति | ||
{किसी देश में जन्मदर कम और मृत्युदर अधिक होने पर---- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-796प्रश्न-50 | {किसी देश में जन्मदर कम और मृत्युदर अधिक होने पर---- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-796प्रश्न-50 | ||
Line 450: | Line 449: | ||
-एल.एच. मॉर्गन | -एल.एच. मॉर्गन | ||
{स्थिति संकल से क्या तात्पर्य है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-292प्रश्न- | {स्थिति संकल से क्या तात्पर्य है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-292प्रश्न-23 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-एक व्यक्ति की अनेक भूमिका | -एक व्यक्ति की अनेक भूमिका | ||
Line 457: | Line 456: | ||
-उपरोक्त में से कोई नहीं | -उपरोक्त में से कोई नहीं | ||
{शिक्षा मनोविज्ञान की सर्व प्रमुख देन क्या है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-322प्रश्न-46 | {शिक्षा [[मनोविज्ञान]] की सर्व प्रमुख देन क्या है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-322प्रश्न-46 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-समय सारणी में परिवर्तन | -समय सारणी में परिवर्तन | ||
Line 464: | Line 463: | ||
+बाल केन्द्रित शिक्षा | +बाल केन्द्रित शिक्षा | ||
{निम्नलिखित में से कौन एक समुदाय से संबंधित नहीं है-- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.- | {निम्नलिखित में से कौन एक समुदाय से संबंधित नहीं है-- (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-427प्रश्न-24 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-स्थानीयता | -स्थानीयता | ||
Line 478: | Line 477: | ||
-सांस्कृतिकरण | -सांस्कृतिकरण | ||
{जनसंख्या वृद्धि को प्रभावित करने वाले केवल जैविकीय कारण ही है सामाजिक नहीं-यह कथन (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-795प्रश्न-37 | {[[जनसंख्या]] वृद्धि को प्रभावित करने वाले केवल जैविकीय कारण ही है सामाजिक नहीं-यह कथन (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-795प्रश्न-37 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-पूर्णतया सत्य है | -पूर्णतया सत्य है | ||
Line 489: | Line 488: | ||
-के. डेविस | -के. डेविस | ||
-पार्क और बर्गेस | -पार्क और बर्गेस | ||
- | -पी. गिड्स | ||
+ | +एल.विर्थ | ||
{'सोशियल बैक ग्राउण्ड इंडियन नेशनलिज्म' नामक पुस्तक किसने लिखी है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-550प्रश्न-79 | {'सोशियल बैक ग्राउण्ड इंडियन नेशनलिज्म' नामक पुस्तक किसने लिखी है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-550प्रश्न-79 |
Revision as of 12:34, 6 November 2016
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