भारतकोश:अभ्यास पन्ना3: Difference between revisions

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- मेवाड़ी भाषा  
- मेवाड़ी भाषा  
- बाँगरु भाषा
- बाँगरु भाषा
=====अपभ्रंश के योग से [[राजस्थानी भाषा]] का जो साहित्यिक रुप बना, उसे कहा जाता है?=====
{{Opt|विकल्प 1=पिंगल भाषा|विकल्प 2=डिंगल भाषा|विकल्प 3=मेवाड़ी भाषा|विकल्प 4=बाँगरु भाषा}}{{Ans|विकल्प 1=पिंगल भाषा|विकल्प 2='''डिंगल भाषा'''{{Check}}|विकल्प 3=मेवाड़ी भाषा|विकल्प 4=बाँगरु भाषा|विवरण=}}

Revision as of 11:30, 22 December 2010

<quiz display=simple> {खड़ीबोली का अरबी-फ़ारसीमय रूप है?

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- फ़ारसी भाषा - अरबी भाषा + उर्दू भाषा - अदालती भाषा

उर्दू भाषा भारतीय-आर्य भाषा है, जो भारतीय संघ की 18 राष्ट्रीय भाषाओं में से एक व पाकिस्तान की राष्ट्रभाषा है। हालाँकि यह फ़ारसी और अरबी से प्रभावित है, लेकिन यह हिन्दी के निकट है और इसकी उत्पत्ति और विकास भारतीय उपमहाद्वीप में ही हुआ। दोनों भाषाएँ एक ही भारतीय आधार से उत्पन्न हुई हैं। हिन्दी के लिए देवनागरी का उपयोग होता है और उर्दू के लिए फ़ारसी-अरबी लिपि प्रयुक्त होती है, जिसे आवश्यकतानुसार स्थानीय रूप में परिवर्तित कर लिया गया है। {{#icon: Redirect-01.gif|ध्यान दें}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- उर्दू भाषा}}

{हिन्दी भाषा का पहला समाचार-पत्र 'उदंत मार्ताण्ड' किस सन् में प्रकाशित हुआ था?

type="[]"}

- (1821) + (1826) - (1828) - (1830)

{हिन्दी के किस समाचार-पत्र में 'खड़ीबोली' को 'मध्यदेशीय भाषा' कहा गया है?

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+ बनारस अखबार - सुधाकर - बुद्धिप्रकाश - उदंत मार्तण्ड

{'गाथा' (गाहा) कहने से किस लोक प्रचलित काव्यभाषा का बोध होता है?

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- पालि + 'प्राकृत - अपभ्रंश - संस्कृत

प्राकृत भाषा भारतीय आर्यभाषा का एक प्राचीन रूप है। इसके प्रयोग का समय 500 ई.पू. से 1000 ई. सन तक माना जाता है। धार्मिक कारणों से जब संस्कृत का महत्व कम होने लगा तो प्राकृत भाषा अधिक व्यवहार में आने लगी। इसके चार रूप विशेषत: उल्लेखनीय हैं।{{#icon: Redirect-01.gif|ध्यान दें}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- प्राकृत भाषा}}


{सिद्धों की उद्धृत रचनाओं की काव्य भाषा है?

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+ देशभाषा मिश्रित अपभ्रंश अर्थात् पुरानी हिन्दी - प्राकृत भाषा - अवहट्ठ भाषा - पालि भाषा

{अपभ्रंश भाषा के प्रथम व्याकरणाचार्य थे?

type="[]"}

- पाणिनि - कात्यायन + हेमचन्द्र - पतंजलि

{'जो जिण सासण भाषियउ सो मई कहियउ सार। जो पालइ सइ भाउ करि सो तरि पावइ पारु॥' इस दोहे के रचनाकार का नाम है?

type="[]"}

- स्वयभू + देवसेन - पुष्यदन्त - कनकामर

{प्रादेशिक बोलियाँ के साथ ब्रज या मध्य देश की भाषा का आश्रय लेकर एक सामान्य साहित्यिक भाषा स्वीकृत हुई, जिसे चारणों ने नाम दिया?

type="[]"}

- डिंगल भाषा - मेवाड़ी भाषा - मारवाड़ी भाषा + पिंगल भाषा


{अपभ्रंश के योग से राजस्थानी भाषा का जो साहित्यिक रुप बना, उसे कहा जाता है?

type="[]"}

- पिंगल भाषा + डिंगल भाषा - मेवाड़ी भाषा - बाँगरु भाषा