श्रीकंठ

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 10:17, 27 August 2014 by गोविन्द राम (talk | contribs) (''''श्रीकंठ''' 'हर्षचरित्र' में उल्लिखित एक प्राचीन जन...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search

श्रीकंठ 'हर्षचरित्र' में उल्लिखित एक प्राचीन जनपद, जहां प्रभाकरवर्धन (हर्षवर्धन के पिता) की राजधानी 'स्थानीश्वर' या 'स्थानेश्वर'[1] स्थित थी।

  • इसका विस्तार पूर्वी पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा दिल्ली राज्य के कुछ भाग में था।
  • 'हर्षचरित' के तृतीय उच्छवास में इस जनपद की समृद्धि तथा वैभव का काव्यात्मक वर्णन किया गया है।
  • बाण ने इस देश में गन्ना, धान तथा गेहूँ की कृषि का उल्लेख किया है। इसके अतिरिक्त तरह-तरह के द्राक्षा तथा दाडि़म के उद्यान यहां की शोभा बढ़ाते थे। वहां की धरती केले के निकुंजों से श्यामल दीखती थी। पद-पद पर ऊंटों के झुण्ड थे। सहस्त्रों कृष्ण-मृगों से वह देश चित्र विचित्र लगता था।[2]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. थानेश्वर
  2. हर्षचरित, हिंदी अनुवाद, सूर्यनारायण चैधरी, पृ, 119

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः