ओंकारेश्वर परियोजना

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 08:10, 14 November 2014 by रविन्द्र प्रसाद (talk | contribs) (''''ओंकारेश्वर परियोजना''' नर्मदा नदी की घाटी में बनाय...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search

ओंकारेश्वर परियोजना नर्मदा नदी की घाटी में बनाये गए 30 बाँधों में से एक है। इस परियोजना का क्षेत्र नर्मदा एवं कावेरी (नर्मदा की उपनदी) के तटीय इलाके में है। इस परियोजना का विचार सर्वप्रथम 1965 में आया था।

  • इस परियोजना का उद्देश्य मध्य भारत में बिजली एवं सिंचाई की व्यवस्था करना है।
  • ओंकारेश्वर बाँध से मध्य प्रदेश में बिजली वितरित की जाती है।
  • इस जलविद्युत परियोजना से प्रथम चरण में अनुमानित 1.167 अरब यूनिट दूसरे चरण में 69.60 करोड यूनिट एवं तीसरे चरण में 54 करोड यूनिट बिजली का वार्षिक उत्पादन होता है।
  • लगभग 529 ग्राम इस बाँध से होने वाली सिंचाई से लाभान्वित हुए हैं। क़रीब 725000 टन खाद्यान्न एवं 835000 टन अन्य फ़सलों की पैदावार में वद्धि हुई है।
  • ओंकारेश्वर बाँध 949 मीटर लंबा तथा 33 मीटर ऊँचा है, जो कंक्रीट का बना है।
  • बाँध में 520 मेगावाट की विद्युत उत्पादन क्षमता है। इसमें 20x17 मीटर के 23 रीडायल गेट लगे हैं।
  • यह देश में 2004 से 2006 में सबसे तेजी से पूरी की जाने वाली जल विद्युत परियोजना है।
  • बाँध ने 2007 से कार्य करना शुरू किया था। इसके द्वारा कई वर्ग किलोमीटर का एक जलाशय निर्मित हुआ है, जिसमें सुन्दर टापू बन गए हैं। जिन पर विभिन्न पर्यटन परियोजनाएं विकसित की जा रही हैं।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ओंकारेश्वर बाँध परियोजना (हिन्दी) श्रीओंकारेश्वर.कॉम। अभिगमन तिथि: 14 नवम्बर, 2014।

संबंधित लेख


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः