समर सेवा स्टार

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thumb|200px|समर सेवा स्टार समर सेवा स्टार (अंग्रेज़ी: Samar Seva Star) भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला एक सैन्य सम्मान है। यह वर्ष 1965 में पाकिस्तान के साथ संघर्ष के दौरान सशस्त्र बलों के कर्मियों एवं नागरिकों की सेवाओं के सम्मान स्वरूप दिया जाने वाला पुरस्कार है।

पात्रता शर्तें

पात्रता की शर्तें निम्नानुसार हैं-

  1. नियमित सेना, रिज़र्व बल, प्रादेशिक सेना और रक्षक योद्धा के सभी कर्मी।
  2. ऐसे सभी कर्मी, जिन्होंने 5 अगस्त, 1965 और 25 जनवरी, 1966 के बीच किसी सैन्य टुकड़ी/सक्रिय सेवा के संचालन या पदक के चयन हेतु योग्य समझे जाने वाले क्षेत्रों में कम से कम दस दिनों तक सक्रिय सेवा प्रदान की है।
  3. ऐसे सभी कर्मी, जिन्होंने प्रत्येक युद्ध क्षेत्र के लिए निर्दिष्ट अवधि के दौरान किसी भी युद्ध क्षेत्र में एक दिन की न्यूनतम अर्हकारी अवधि के लिए अपनी सेवाएं प्रदान की है।
  4. वायु अवलोकन चौकी पर सेवारत सैन्य टुकड़ी के कर्मी, जिन्होंने चालक दल के सदस्य के तौर पर या तो दुश्मन के इलाके में अथवा 5 अगस्त, 1965 और 25 जनवरी, 1966 के बीच पदक के चयन हेतु योग्य समझे जाने वाले क्षेत्रों में कम से कम तीन सक्रिय सेवा को अंजाम दिया या सक्रिय सेवाओं के दौरान कुल पांच घंटे उड़ान भरी।
  5. एयर ट्रांसपोर्ट आर्गेनाईजेशन, रियर एयरफील्ड सप्लाई आर्गेनाईजेशन, फॉरवर्ड एयरफील्ड सप्लाई आर्गेनाईजेशन, एयर डिस्पैच यूनिट में प्रभावी कार्यभार संभालने वाले कर्मी तथा अंतर-संचार विमान के साथ उड़ान भरने वाले कर्मी, जिन्होंने 5 अगस्त, 1965 और 25 जनवरी, 1966 के बीच पदक के चयन हेतु योग्य समझे जाने वाले क्षेत्रों में चालक दल के सदस्य के तौर पर तीन उड़ानों को सफलतापूर्वक पूरा किया है अथवा परिचालन के दौरान कुल दस घंटे उड़ान भरा हो; इसके अलावा नौसेना या वायु सेना से जुड़े सैन्य कर्मी भी अपनी सेवा के लिए उपयुक्त पात्रता की शर्तों के अनुसार पुरस्कार के योग्य होंगे।[1]

नौसेना कर्मी

  1. ऐसे नौसेना कर्मी, जो 6 सितंबर से 23 सितंबर 1965 के बीच समुद्री आवीक्षण के लिए अरब सागर में भारतीय नौसेना के जहाज पर न्यूनतम दस दिनों तक तैनात थे।
  2. नवल एयर स्क्वाड्रन के चालक दल के सदस्यों के रूप में 6 सितंबर से 23 सितंबर 1965 के बीच समुद्र के निर्दिष्ट क्षेत्रों में आवीक्षण के लिए कम से कम तीन सामरिक गतिविधियों को अंजाम दिया या परिचालन के दौरान कुल दस घंटे उड़ान भरने वाले कर्मी।
  3. थल सेना या वायु सेना से जुड़ी नौसेना कर्मी भी अपनी सेवा के लिए उपयुक्त पात्रता की शर्तों के अनुसार पुरस्कार के योग्य होंगे।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. पदक एवं सम्‍मान (हिंदी) indiannavy.nic.in। अभिगमन तिथि: 27 मई, 2020।

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