Difference between revisions of "कला-संस्कृति और धर्म सामान्य ज्ञान 221"

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||[[रबीन्द्रनाथ टैगोर]] कवि, नाटककार, [[उपन्यासकार]], संगीतज्ञ, [[अभिनेता]], विचारक, दार्शनिक एवं चित्रकार विधाओं में पारंगत थे। उनकी पहचान [[मूर्तिकार]] के रूप में नहीं है।{{point}} '''अधिक जानकारी के लिए देखें-:''' [[रबीन्द्रनाथ टैगोर]]
 
||[[रबीन्द्रनाथ टैगोर]] कवि, नाटककार, [[उपन्यासकार]], संगीतज्ञ, [[अभिनेता]], विचारक, दार्शनिक एवं चित्रकार विधाओं में पारंगत थे। उनकी पहचान [[मूर्तिकार]] के रूप में नहीं है।{{point}} '''अधिक जानकारी के लिए देखें-:''' [[रबीन्द्रनाथ टैगोर]]
  
{जोसेफ मैलॉर्ड विलियम टर्नर किस वाद के कलाकार हैं?  
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{जोसेफ़ मैलॉर्ड विलियम टर्नर किस वाद के कलाकार हैं?  
 
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+[[प्रभाववाद]]
 
+[[प्रभाववाद]]
-अभिव्यंजनावाद  
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-[[अभिव्यंजनावाद]]
 
-[[यथार्थवाद]]
 
-[[यथार्थवाद]]
-अतियथार्थवाद
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-[[अतियथार्थवाद]]
||[[इंग्लैंड]] के भू-दृश्य (लैंडस्केप) [[चित्रकार|चित्रकारों]] में जोसेफ़ मैलॉर्ड विलियम टर्नर (1775-1851 ई.) को अद्भुत प्रतिभाशाली एवं संयमी कलाकार माना जाता है। उनका कार्य प्रभाववादियों के लिए एक रोमांटिक प्रस्तावना के रूप में जाना जाता है। वह अपने तैल चित्रों के लिए प्रसिद्ध थे। वर्ष 1839 में उनके द्वारा चित्रित चित्र 'द फाइटिंग टेंपरेरी' तैलीय माध्यम में बनी हुई है। वह ब्रिटिश वाटरकलर लैंडस्केप चित्रकारी के महानतम पुरोधा भी थे। टर्नर ने अपनी कला के द्वारा प्रकाश का प्रयोग विकसित किया।
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||[[इंग्लैंड]] के भू-दृश्य (लैंडस्केप) [[चित्रकार|चित्रकारों]] में जोसेफ़ मैलॉर्ड विलियम टर्नर (1775-1851 ई.) को अद्भुत प्रतिभाशाली एवं संयमी कलाकार माना जाता है। उनका कार्य प्रभाववादियों के लिए एक रोमांटिक प्रस्तावना के रूप में जाना जाता है। वह अपने तैल चित्रों के लिए प्रसिद्ध थे। वर्ष 1839 में उनके द्वारा चित्रित चित्र 'द फाइटिंग टेंपरेरी' तैलीय माध्यम में बनी हुई है। वह ब्रिटिश वाटरकलर लैंडस्केप चित्रकारी के महानतम पुरोधा भी थे। टर्नर ने अपनी [[कला]] के द्वारा [[प्रकाश]] का प्रयोग विकसित किया।
  
 
{'ययाति' चित्रों की एक शृंखला है, जो किनके द्वारा बनाई गई हैं?  
 
{'ययाति' चित्रों की एक शृंखला है, जो किनके द्वारा बनाई गई हैं?  

Revision as of 12:33, 16 November 2017

samany jnan prashnottari
rajyoan ke samany jnan


  1. REDIRECTsaancha:nilais vishay se sanbandhit lekh padhean:-
  2. REDIRECTsaancha:nila band kala praangan, kala kosh, sanskriti praangan, sanskriti kosh, dharm praangan, dharm kosh

panne par jaean

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1 kis sthapatyavid ne 'shahid smarak' ka nirman kiya?

ram vi. sutar
devi prasad ray chaudhari
ramakiankar baij
satish gujaral

2 rabindranath taigor ki pahachan kis roop mean nahian hai?

chitrakar
kavi
moortikar
kahanikar

3 josef mail aaurd viliyam tarnar kis vad ke kalakar haian?

prabhavavad
abhivyanjanavad
yatharthavad
atiyatharthavad

4 'yayati' chitroan ki ek shriankhala hai, jo kinake dvara banaee gee haian?

nandalal bos
amrita sheragil
ramachandran nayar
bishanadas

5 inamean se sanyukt rashtr sangh ki vah kaun-si sanstha hai, jo kala evan sanskriti ko badhava deti hai?

yoonev
yoonisef
yoonido
yoonesko

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