Difference between revisions of "प्रयोग:मीरा2"
Jump to navigation
Jump to search
अंशुल सुधाकर (talk | contribs) |
अंशुल सुधाकर (talk | contribs) |
||
Line 209: | Line 209: | ||
-नस्लों का मिश्रण सार्वभौमिक तत्व है | -नस्लों का मिश्रण सार्वभौमिक तत्व है | ||
− | {चार्ल्स कूले ने सर्वप्रथम किस पुस्तक में "प्राथमिक समूह " शब्द का प्रयोग किया था?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-63,प्रश्न-4 | + | {चार्ल्स कूले ने सर्वप्रथम किस पुस्तक में "प्राथमिक समूह" शब्द का प्रयोग किया था?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-63,प्रश्न-4 |
|type="()"} | |type="()"} | ||
-इंट्रोडक्ट्री सोशियोलोजी | -इंट्रोडक्ट्री सोशियोलोजी | ||
Line 237: | Line 237: | ||
-एवांस प्रिचर्ड | -एवांस प्रिचर्ड | ||
− | {समाजशास्त्र के स्वरूपात्मक के मुख्य प्रवर्तक है-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-5,प्रश्न-5 | + | {समाजशास्त्र के स्वरूपात्मक के मुख्य [[प्रवर्तक]] है-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-5,प्रश्न-5 |
|type="()"} | |type="()"} | ||
-दुर्खीम | -दुर्खीम | ||
Line 244: | Line 244: | ||
-सोरोकिन | -सोरोकिन | ||
− | {भारत में समाजशास्त्र का विकास कब से माना जाता है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-27,प्रश्न-5 | + | {[[भारत]] में समाजशास्त्र का विकास कब से माना जाता है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-27,प्रश्न-5 |
|type="()"} | |type="()"} | ||
+1919ई. | +1919ई. | ||
Line 258: | Line 258: | ||
-अपने निवासियों के लिए प्राथमिक वस्तुएं उपलब्ध करता है | -अपने निवासियों के लिए प्राथमिक वस्तुएं उपलब्ध करता है | ||
− | {मानव ने मिट्टी के बर्तन का अविष्कार क्यों किया?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-51,प्रश्न-6 | + | {मानव ने [[मिट्टी]] के बर्तन का अविष्कार क्यों किया?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-51,प्रश्न-6 |
|type="()"} | |type="()"} | ||
+द्र्व संचयन के लिए | +द्र्व संचयन के लिए | ||
Line 272: | Line 272: | ||
-इनमे से कोई नहीं | -इनमे से कोई नहीं | ||
− | {शिक्षक, माँ, पत्नी के पद के साथ संबंधित भूमिकाओं को क्या कहते हैं?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-113,प्रश्न-6 | + | {शिक्षक, [[माँ|माँ,]] पत्नी के पद के साथ संबंधित भूमिकाओं को क्या कहते हैं?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-113,प्रश्न-6 |
|type="()"} | |type="()"} | ||
-बहु-भूमिकाएं (Multiple role) | -बहु-भूमिकाएं (Multiple role) | ||
Line 296: | Line 296: | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-विज्ञानों का विज्ञान | -विज्ञानों का विज्ञान | ||
− | +समाज का विज्ञान | + | +समाज का विज्ञान |
-साहित्य का अध्ययन | -साहित्य का अध्ययन | ||
− | -विज्ञान का अध्ययन | + | -[[विज्ञान]] का अध्ययन |
{समाजशास्त्र का विकास किस देश में हुआ ?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-27,प्रश्न-6 | {समाजशास्त्र का विकास किस देश में हुआ ?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-27,प्रश्न-6 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
− | +फ्रांस | + | +[[फ्रांस]] |
− | -जर्मनी | + | -[[जर्मनी]] |
− | -इंग्लैड | + | -[[इंग्लैड]] |
− | -अमेरिका | + | -[[अमेरिका]] |
{निम्नलिखित में से कौन संस्था का महत्व बताता है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-42,प्रश्न-6 | {निम्नलिखित में से कौन संस्था का महत्व बताता है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-42,प्रश्न-6 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
− | -संस्कृति जीवन का वाहक है | + | -[[संस्कृति]] जीवन का वाहक है |
-सांस्कृतिक अनुरूपता उत्पन्न करती है | -सांस्कृतिक अनुरूपता उत्पन्न करती है | ||
-संस्थाएं मानवीय आवश्यकताओं की पूर्ति करती है | -संस्थाएं मानवीय आवश्यकताओं की पूर्ति करती है | ||
+उपरोक्त सभी | +उपरोक्त सभी | ||
− | {निम्नलिखित | + | {निम्नलिखित में किसमें संघर्ष विद्यमान नहीं है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-51,प्रश्न-7 |
|type="()"} | |type="()"} | ||
-उपभोक्ताओं के विरोध ने वस्तुओं के दाम गिरा दिया | -उपभोक्ताओं के विरोध ने वस्तुओं के दाम गिरा दिया | ||
Line 323: | Line 323: | ||
{व्यक्ति के सीखे हुए व्यवहार को क्या कहते हैं?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-63,प्रश्न-6 | {व्यक्ति के सीखे हुए व्यवहार को क्या कहते हैं?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-63,प्रश्न-6 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
− | -विज्ञान | + | -[[विज्ञान]] |
-तकनीकि | -तकनीकि | ||
-सभ्यता | -सभ्यता | ||
− | +संस्कृति | + | +[[संस्कृति]] |
{वंशानुक्रम के नियम से अर्थ है(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-113,प्रश्न-7 | {वंशानुक्रम के नियम से अर्थ है(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-113,प्रश्न-7 | ||
Line 342: | Line 342: | ||
-आय साधनों में समानता | -आय साधनों में समानता | ||
− | {सन्दर्भ समूह व्यवहार में मूल तत्व है-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-1,प्रश्न-7 | + | {सन्दर्भ समूह व्यवहार में मूल [[तत्व]] है-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-1,प्रश्न-7 |
|type="()"} | |type="()"} | ||
− | -ईर्ष्या | + | -[[ईर्ष्या]] |
+सापेक्ष वचन | +सापेक्ष वचन | ||
-बाह्म समूह | -बाह्म समूह |
Revision as of 09:03, 15 March 2014
NOTOC__ |