Difference between revisions of "सामता प्रसाद"

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
Line 1: Line 1:
 
[[चित्र:Samta-Prasad.jpg|thumb|250px|सामता प्रसाद]]
 
[[चित्र:Samta-Prasad.jpg|thumb|250px|सामता प्रसाद]]
'''सामता प्रसाद''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Samta Prasad'', जन्म- [[20 जुलाई]], [[1921]], [[वाराणसी]]; मृत्यु- [[1994]]) प्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय संगीतकार तथा [[तबला वादक]] थे।
+
'''सामता प्रसाद''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Samta Prasad'', जन्म- [[20 जुलाई]], [[1921]], [[वाराणसी]]; मृत्यु- [[1994]]) प्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय संगीतकार तथा [[तबला वादक]] थे। उन्हें 'गुदई महाराज' के नाम से भी जाना जाता है।
  
 
*सामता प्रसाद [[शास्त्रीय संगीत]] के लिए प्रसिद्ध रहे [[बनारस घराना|बनारस घराने]] से थे।
 
*सामता प्रसाद [[शास्त्रीय संगीत]] के लिए प्रसिद्ध रहे [[बनारस घराना|बनारस घराने]] से थे।
 
*अनेकों हिन्दी फिल्मों में भी सामता जी ने तबला वादन किया था।
 
*अनेकों हिन्दी फिल्मों में भी सामता जी ने तबला वादन किया था।
 
*भारतीय फ़िल्मों के प्रसिद्ध संगीतकार [[राहुल देव बर्मन]] उनके ही शिष्य थे।
 
*भारतीय फ़िल्मों के प्रसिद्ध संगीतकार [[राहुल देव बर्मन]] उनके ही शिष्य थे।
*सामता प्रसाद को सन [[1972]] में '[[पद्मश्री]]', [[1979]] में '[[संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार]]' और [[1991]] में कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए '[[पद्मभूषण]]' से सम्मानित किया गया था।
+
*अनेकों [[हिन्दी]] फिल्मों में उन्होंने तबला वादन किया था, जिनमें से कुछ फ़िल्में इस प्रकार हैं- 'झनक झनक पायल बाजे', 'मेरी सूरत तेरी आंखें', 'बसंत बहार', 'शोले'।
 
+
*सामता प्रसाद को [[भारत सरकार]] ने सन [[1972]] में '[[पद्मश्री]]', [[1979]] में '[[संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार]]' और [[1991]] में कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए '[[पद्मभूषण]]' से सम्मानित किया गया था।
  
 
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक2|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
 
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक2|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}

Revision as of 07:06, 22 January 2020

thumb|250px|samata prasad samata prasad (aangrezi: Samta Prasad, janm- 20 julaee, 1921, varanasi; mrityu- 1994) prasiddh bharatiy shastriy sangitakar tatha tabala vadak the. unhean 'gudee maharaj' ke nam se bhi jana jata hai.


panne ki pragati avastha
adhar
prarambhik
madhyamik
poornata
shodh

tika tippani aur sandarbh

sanbandhit lekh