Difference between revisions of "कनखल तीर्थ मथुरा"

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तथा कनखलं तीर्थं गुह्म तीर्थं परं मम ।<br />
 
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स्नानमात्रेण तत्रापि नाकपृष्ठे स मोदते ।।<br />
 
स्नानमात्रेण तत्रापि नाकपृष्ठे स मोदते ।।<br />
इस तीर्थ में [[महादेव]]–[[पार्वती देवी|पार्वती]] श्री [[विष्णु|हरि]] की आराधना में सदैव तत्पर रहते हैं । जिस प्रकार महादेव [[शंकर]] ने [[दक्ष|दक्ष प्रजापति]] के ऊपर कृपा कर उसे संसार सागर से मुक्त कर दिया था, उसी प्रकार इस तीर्थ में स्नान करने से ब्रह्मलोक प्राप्त होता है ।
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इस तीर्थ में [[महादेव]]–[[पार्वती देवी|पार्वती]] श्री [[विष्णु|हरि]] की आराधना में सदैव तत्पर रहते हैं । जिस प्रकार महादेव [[शंकर]] ने [[दक्ष|दक्ष प्रजापति]] के ऊपर कृपा कर उसे संसार सागर से मुक्त कर दिया था, उसी प्रकार इस तीर्थ में स्नान करने से [[ब्रह्मलोक]] प्राप्त होता है ।
 
==संबंधित लेख==
 
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Revision as of 06:21, 30 October 2010

tatha kanakhalan tirthan guhm tirthan paran mam .
snanamatren tatrapi nakaprishthe s modate ..
is tirth mean mahadevparvati shri hari ki aradhana mean sadaiv tatpar rahate haian . jis prakar mahadev shankar ne daksh prajapati ke oopar kripa kar use sansar sagar se mukt kar diya tha, usi prakar is tirth mean snan karane se brahmalok prapt hota hai .

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