एल्बा

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search

एल्बा द्वीप इटली के लेगहॉर्न प्रांत के पश्चिमी तट से 45 मील दूर दक्षिण दिशा में है। यह प्रधान भूखंड से मील चौड़े पीयांबिनो मुहाने द्वारा पृथक है तथा 19 मील लंबा और 6 मील चौड़ा है। इसका क्षेत्रफल 140 वर्ग मील है। यह द्वीप पहाड़ी है। सबसे ऊँची चोटी मांटे कपन्ने है, जो समुद्रतल से 3342 फुट ऊँची है। यह एक जलमग्न पर्वत का भाग है जो कार्सिका और सार्ड़ीनिया की ओर फैला है। इसका तट खड़ा और पथरीला है, परंतु बड़ी खाड़ियों के पास समतल क्षेत्र भी हैं। यहाँ की चट्टानें अति प्राचीन हैं। सिल्यूरिन और डेवानियन युगों की चट्टानें पूर्वी भाग में मिलती हैं। बलुआ पत्थर, चूने का पत्थर तथा सुभाजा (शिस्ट) चट्टानों का बाहुल्य है। इटली का 80 प्रतिशत कच्चा लोहा इसी द्वीप की खानों से निकलता है। लोहा गलाने का धंधा प्राचीन काल से चला आ रहा है। रोमन लोग यहाँ की कणाश्म (ग्रैनाइट) चट्टानों को भवननिर्माण के लिए तुड़वाते थे। आजकल यह काम बहुत ही कम हो गया है।

इस द्वीप का कुछ भाग उपजाऊ है। पर्वतों की निचली ढाल पर तथा तलहटियों में अंगूर, जैतून और शहतूत की उपज काफी होती है। टूनी और सार्डिन मछलियाँ पकड़ना यहाँ के निवासियों का प्रमुख धंधा है। पूरे द्वीप की जनसंख्या पचास हजार के लगभग है। इसकी राजधानी पार्टी फ़ेरियो (Pyrto Ferrais) यहाँ का प्रधान बंदरगाह तथा औद्योगिक और व्यावसायिक केंद्र है।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 2 |प्रकाशक: नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 254 |

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः