वेनाड

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वेनाड 'त्रिवांकुर' (केरल) का प्राचीन नाम था। 18 वीं शती के मध्य काल में राजा मार्तंड वर्मा ने वेनाड राज्य की सीमाएं बहुत विस्तृत कर ली थीं।

  • 'रामीन' नामक एक सैनिक ने राजा मार्तंड वर्मा के राज्य विस्तार कार्य में उसकी बहुत सहायता की थी।
  • अपनी अभूतपूर्व विजयों के पश्चात् मार्तड वर्मा ने केरल राज्य को त्रिवेंद्रम के अधिष्ठातृ देवता 'श्रीपद्मनाभ' के लिए समर्पित कर दिया था। इसके पश्चात् ही त्रिवांकुर राज्य की राजधानी त्रिवेंद्रम में स्थापित की गई और वेनाड का नया नाम 'त्रिवांकुर' (ट्रावनकोर) प्रचलित हुआ।[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 876 |

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