सप्त सागर: Difference between revisions
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#लवण का सागर | #[[लवण सागर|लवण का सागर]] | ||
#इक्षुरस का सागर | #[[इक्षुसागर|इक्षुरस का सागर]] | ||
#सुरा का सागर | #[[सुरा सागर|सुरा का सागर]] | ||
#[[घृत]] | #[[घृत सागर|घृत का सागर]] | ||
#दधि का सागर | #[[दधिमंड सागर|दधि का सागर]] | ||
#क्षीर का सागर | #[[क्षीरसागर|क्षीर का सागर]] | ||
#मीठे जल का सागर | #[[स्वादु सागर|मीठे जल का सागर]] | ||
*सप्त द्वीपों के नाम इस प्रकार हैं- [[जम्बू द्वीप]], [[प्लक्ष द्वीप]], [[शाल्मल द्वीप]], [[कुश द्वीप]], [[क्रौंच द्वीप]], [[शाक द्वीप]], [[पुष्कर द्वीप]]। | *सप्त द्वीपों के नाम इस प्रकार हैं- [[जम्बू द्वीप]], [[प्लक्ष द्वीप]], [[शाल्मल द्वीप]], [[कुश द्वीप]], [[क्रौंच द्वीप]], [[शाक द्वीप]], [[पुष्कर द्वीप]]। |
Latest revision as of 10:44, 21 September 2014
सप्त सागर हिन्दू पौराणिक ग्रंथ विष्णुपुराण में वर्णित सात सागरों को कहा गया है। विष्णूपुराण के वर्णन में पृथ्वी सात द्वीपों में बंटी हुई है। ये सातों द्वीप चारों ओर से क्रमशः लवण, क्षीर, सुरा, घृत, इक्षु, दधि एवं स्वादु (मीठा जल) के सात समुद्रों से घिरे हैं।
- सभी द्वीप एक के बाद एक दूसरे को घेरे हुए हैं और इन्हें घेरे हुए सातों समुद्र हैं।
- जम्बु द्वीप इन सब द्वीपों के मध्य में स्थित है।
- सप्त सागर इस प्रकार से हैं-
- सप्त द्वीपों के नाम इस प्रकार हैं- जम्बू द्वीप, प्लक्ष द्वीप, शाल्मल द्वीप, कुश द्वीप, क्रौंच द्वीप, शाक द्वीप, पुष्कर द्वीप।
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