गण्डक परियोजना: Difference between revisions
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'''गण्डक परियोजना''' [[भारत]] की [[नदी घाटी परियोजनाएँ|नदी घाटी परियोजनाओं]] में से एक है। इसकी शुरुआत सन [[1961]] में हुई थी। यह [[बिहार]] और [[उत्तर प्रदेश]] की सम्मिलित परियोजना है तथा इससे [[नेपाल]] को भी लाभ मिलता है।<ref>{{cite web |url= http://www.vivacepanorama.com/%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%AC%E0%A4%B9%E0%A5%81%E0%A4%89%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%B6%E0%A5%80%E0%A4%AF-%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%BF/|title= भारत में बहुउद्देशीय परियोजनाएँ |accessmonthday= 13 नवम्बर|accessyear= 2014|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= वाइवेस पेनोरमा|language= हिन्दी}}</ref> | '''गण्डक परियोजना''' [[भारत]] की [[नदी घाटी परियोजनाएँ|नदी घाटी परियोजनाओं]] में से एक है। इसकी शुरुआत सन [[1961]] में हुई थी। यह [[बिहार]] और [[उत्तर प्रदेश]] की सम्मिलित परियोजना है तथा इससे [[नेपाल]] को भी लाभ मिलता है।<ref>{{cite web |url= http://www.vivacepanorama.com/%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%AC%E0%A4%B9%E0%A5%81%E0%A4%89%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%B6%E0%A5%80%E0%A4%AF-%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%BF/|title= भारत में बहुउद्देशीय परियोजनाएँ |accessmonthday= 13 नवम्बर|accessyear= 2014|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= वाइवेस पेनोरमा|language= हिन्दी}}</ref> | ||
*इस परियोजना | *इस परियोजना की निम्नलिखित इकाइयाँ हैं- | ||
#वाल्मीकि नगर के निकट 740 मीटर लंबा एक बैराज़ बनाया गया है। | #वाल्मीकि नगर के निकट 740 मीटर लंबा एक बैराज़ बनाया गया है। |
Latest revision as of 12:56, 13 November 2014
गण्डक परियोजना भारत की नदी घाटी परियोजनाओं में से एक है। इसकी शुरुआत सन 1961 में हुई थी। यह बिहार और उत्तर प्रदेश की सम्मिलित परियोजना है तथा इससे नेपाल को भी लाभ मिलता है।[1]
- इस परियोजना की निम्नलिखित इकाइयाँ हैं-
- वाल्मीकि नगर के निकट 740 मीटर लंबा एक बैराज़ बनाया गया है।
- पूर्वी मुख्य नहर या तिरहुत नहर के द्वारा बिहार के चंपारण, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, समस्तीपुर तथा नेपाल के परसावारा और राउतहाट ज़िलों की सिंचाई होती है।
- पूर्वी मुख्य नहर पर 15 मेगावाट विद्युत क्षमता की एक इकाई लगाई गयी है।
- पश्चिमी मुख्य नहर के दो भाग हैं-
(अ) पश्चिमी गंडक नहर - इस नहर से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, देवरिया, भैरहवा, महाराजगंज और कुशीनगर ज़िले लाभान्वित होते हैं।
(ब) सारण नहर - इस नहर से बिहार के कुछ ज़िलों की सिंचाई होती है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भारत में बहुउद्देशीय परियोजनाएँ (हिन्दी) वाइवेस पेनोरमा। अभिगमन तिथि: 13 नवम्बर, 2014।