शंकु: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "जहर" to "ज़हर") |
||
(One intermediate revision by one other user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
{{शब्द संदर्भ लघु | {{शब्द संदर्भ लघु | ||
|हिन्दी=बाण, तीर, बाण की नोक, कील, खूँटा, [[शिव]], [[कामदेव]], | |हिन्दी=बाण, तीर, बाण की नोक, कील, खूँटा, [[शिव]], [[कामदेव]], ज़हर, विष, पाप, [[असुर]],वास्तु शास्त्र में ऐसा खंभा जिसका बीच का भाग मोटा और ऊपर का भाग पतला होता है, उक्त नाप की वह खूंटी जिसकी सहायता से प्राचीन काल में दीपक [[सूर्य]] आदि की छाया नापी जाती थी। | ||
|व्याकरण=पुल्लिंग, धातु | |व्याकरण=पुल्लिंग, धातु | ||
|उदाहरण=[[आम]], पलाश, [[लाल रंग|लालचंदन]], नीम, रक्तशाल, बिल्व या अर्जुन की लकड़ी का शंकु बनाया जाता है| | |उदाहरण=[[आम]], पलाश, [[लाल रंग|लालचंदन]], नीम, रक्तशाल, बिल्व या अर्जुन की लकड़ी का शंकु बनाया जाता है| | ||
Line 6: | Line 6: | ||
|विलोम= | |विलोम= | ||
|पर्यायवाची=शंख, सुंदर, निकेतन, सारंग। | |पर्यायवाची=शंख, सुंदर, निकेतन, सारंग। | ||
|संस्कृत=शङ्क् + कु | |संस्कृत=शङ्क्+कु | ||
|अन्य ग्रंथ= | |अन्य ग्रंथ= | ||
|संबंधित शब्द= | |संबंधित शब्द= | ||
}} | }} | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Latest revision as of 07:44, 8 July 2011
हिन्दी | बाण, तीर, बाण की नोक, कील, खूँटा, शिव, कामदेव, ज़हर, विष, पाप, असुर,वास्तु शास्त्र में ऐसा खंभा जिसका बीच का भाग मोटा और ऊपर का भाग पतला होता है, उक्त नाप की वह खूंटी जिसकी सहायता से प्राचीन काल में दीपक सूर्य आदि की छाया नापी जाती थी। |
-व्याकरण | पुल्लिंग, धातु |
-उदाहरण | आम, पलाश, लालचंदन, नीम, रक्तशाल, बिल्व या अर्जुन की लकड़ी का शंकु बनाया जाता है |
-विशेष | |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | शंख, सुंदर, निकेतन, सारंग। |
संस्कृत | शङ्क्+कु |
अन्य ग्रंथ | |
संबंधित शब्द | |
संबंधित लेख |