पहेली 21 सितम्बर 2016: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
('{| class="bharattable-green" width="100%" |- | चित्र:Paheli-logo.png|right|100px|link=पहेली {{LOCALDAY}} {{LOCAL...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - "संगृहीत" to "संग्रहीत") |
||
(One intermediate revision by one other user not shown) | |||
Line 9: | Line 9: | ||
-[[गुरु हरगोबिंद सिंह]] | -[[गुरु हरगोबिंद सिंह]] | ||
-[[गुरु अंगद देव]] | -[[गुरु अंगद देव]] | ||
||[[चित्र:Guru-Amar-Das.jpg|right|border|100px|गुरु अमरदास]]'गुरु अमरदास' [[सिक्ख|सिक्खों]] के तीसरे गुरु थे, जो 73 वर्ष की उम्र में गुरु नियुक्त हुए थे। [[गुरु अमरदास]] [[पंजाब]] को 22 सिक्ख प्रांतों में बांटने की अपनी योजना तथा धर्म प्रचारकों को बाहर भेजने के लिए प्रसिद्ध हुए। वह अपनी बुद्धिमत्ता तथा धर्मपरायणता के लिए बहुत सम्मानित थे। कहा जाता था कि [[मुग़ल]] [[अकबर|शंहशाह अकबर]] उनसे सलाह लेते थे और उनके जाति-निरपेक्ष लंगर में उन्होंने भोजन भी ग्रहण किया था। गुरु अमरदास के मार्गदर्शन में गोइंदवाल शहर [[ | ||[[चित्र:Guru-Amar-Das.jpg|right|border|100px|गुरु अमरदास]]'गुरु अमरदास' [[सिक्ख|सिक्खों]] के तीसरे गुरु थे, जो 73 वर्ष की उम्र में गुरु नियुक्त हुए थे। [[गुरु अमरदास]] [[पंजाब]] को 22 सिक्ख प्रांतों में बांटने की अपनी योजना तथा धर्म प्रचारकों को बाहर भेजने के लिए प्रसिद्ध हुए। वह अपनी बुद्धिमत्ता तथा धर्मपरायणता के लिए बहुत सम्मानित थे। कहा जाता था कि [[मुग़ल]] [[अकबर|शंहशाह अकबर]] उनसे सलाह लेते थे और उनके जाति-निरपेक्ष लंगर में उन्होंने भोजन भी ग्रहण किया था। गुरु अमरदास के मार्गदर्शन में गोइंदवाल शहर [[सिक्ख]] अध्ययन का प्रसिद्ध केंद्र बना। अमरदास के कुछ पद '[[गुरु ग्रंथ साहब]]' में संग्रहीत हैं। इनकी एक प्रसिद्ध रचना 'आनंद' है, जो उत्सवों में गाई जाती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गुरु अमरदास]] | ||
</quiz> | </quiz> | ||
Latest revision as of 08:23, 21 May 2017
right|100px|link=पहेली 19 April 2025
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान
|