माले महादेश्वर बेट्टा: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
(''''माले महादेश्वर बेट्टा''' कर्नाटक की बिलगिरि रंग...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
No edit summary |
||
Line 10: | Line 10: | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{कर्नाटक के पर्यटन स्थल}} | |||
[[Category:कर्नाटक]][[Category:कर्नाटक के पर्यटन स्थल | [[Category:कर्नाटक]][[Category:कर्नाटक के पर्यटन स्थल]][[Category:पहाड़ी पर्यटन स्थल]][[Category:पर्यटन कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Latest revision as of 12:07, 2 November 2020
माले महादेश्वर बेट्टा कर्नाटक की बिलगिरि रंगन पर्वतमाला से 160 किलोमीटर दूर स्थित है। माले का अर्थ होता है- 'पर्वत'।
- यहां स्थित मंदिर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है।
- कहा जाता है कि जब भी वीरप्पन किसी व्यक्ति का अपहरण करता था तो पीड़ित परिवार यहीं पर प्रार्थना करने आता था।
- शिव जी को समर्पित इस मंदिर में पूजा करने का तरीका भी अनोखा है। यहां श्रद्धालु जिन्हें देवरा गुड्डरु कहा जाता है, अपने माथे और गले में भस्म लगाते हैं और हाथों में मंजीरा लेकर नृत्य करते हैं। इसे कमसले नृत्य अथवा मंजीरों का नृत्य कहा जाता है।[1]
- शिवरात्रि का त्योहार यहां बडी धूमधाम से मनाया जाता है।
|
|
|
|
|