क्षतज: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "खून" to "ख़ून") |
||
Line 1: | Line 1: | ||
{{शब्द संदर्भ लघु | {{शब्द संदर्भ लघु | ||
|हिन्दी= | |हिन्दी=ख़ून, [[रक्त]], घाव का पीव, मवाद, [[लाल रंग]] का, क्षत या आघात से उत्पन्न होने वाला। | ||
|व्याकरण=[[विशेषण]], धातु, पुल्लिंग | |व्याकरण=[[विशेषण]], धातु, पुल्लिंग | ||
|उदाहरण=<poem>तुम लगते केवल मेरे हो, तुमसे बढ़ता मेरा लगाव,छलक रहे इन शब्दों में, ढाले है मैंने '''क्षतज''' भाव | |उदाहरण=<poem>तुम लगते केवल मेरे हो, तुमसे बढ़ता मेरा लगाव,छलक रहे इन शब्दों में, ढाले है मैंने '''क्षतज''' भाव |
Revision as of 06:44, 8 July 2011
हिन्दी | ख़ून, रक्त, घाव का पीव, मवाद, लाल रंग का, क्षत या आघात से उत्पन्न होने वाला। |
-व्याकरण | विशेषण, धातु, पुल्लिंग |
-उदाहरण | तुम लगते केवल मेरे हो, तुमसे बढ़ता मेरा लगाव,छलक रहे इन शब्दों में, ढाले है मैंने क्षतज भाव |
-विशेष | वैद्यक में सात प्रकार की प्यासों में से एक जो घाव में से बहुत अधिक रक्त निकल जाने के कारण लगती है। |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | घायल, ज़ख़्मी, क्षत, शस्त |
संस्कृत | [क्षत+ज] |
अन्य ग्रंथ | |
संबंधित शब्द | क्षत |
संबंधित लेख |