अवतार यान: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
 
Line 12: Line 12:
<references/>
<references/>
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन}}
{{भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन}}{{प्रक्षेपण यान}}
[[Category:भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन]][[Category:प्रक्षेपण यान]][[Category:अंतरिक्ष विज्ञान]][[Category:अंतरिक्ष]][[Category:विज्ञान कोश]]
[[Category:भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन]][[Category:प्रक्षेपण यान]][[Category:अंतरिक्ष विज्ञान]][[Category:अंतरिक्ष]][[Category:विज्ञान कोश]]
__INDEX__
__INDEX__
__NOTOC__
__NOTOC__

Latest revision as of 14:26, 14 October 2012

[[चित्र:International-Space-Station.jpg|thumb|250px|अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन]] अवतार यान भारत का एक बहुउद्देश्यीय स्वप्रणोदित अंतरिक्ष यान है, जिसका विकास भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के द्वारा किया जा रहा है। यह यान अंतरिक्ष में कार्य प्रक्रिया पूर्ण कर लेने के बाद अपनी ऊर्जा से ही अंतरिक्ष की कक्षा से बाहर निकलने, वायुमंडल में प्रवेश करने और पृथ्वी पर उतरने में सक्षम होगा।

कार्य प्रणाली

वैज्ञानिकों ने इस अंतरिक्ष यान का नाम 'अवतार' रखा है, जो 'एयरोबिक वेहिकिल फ़ॉर एडवांस्ड ट्रांस – एटमोस्फ़ेयरिक रिसर्च' का संक्षिप्त रूप है। यह अत्याधुनिक अंतरिक्ष यान उपग्रहों की भांति निगरानी व जासूसी करने के अतिरिक्त अंतरिक्ष में नीची कक्षाओं में छोटे संचार एवं नेवीगेशनल उपग्रहों को भी स्थापित करने में सक्षम होगा। अवतार में तीन प्रकार के इंजन टर्बोफ़ैन रैमजेट, स्क्रैमजेट तथा रॉकेट इंजन का प्रयोग होगा। प्रथम चरण में 'टर्बोजेट रैमजेट' इंजन की मदद से यान पृथ्वी से उड़ान भरेगा। एक निश्चित ऊँचाई पर पहुँचने के पश्चात् द्वितीय चरण में 'स्क्रैमजेट' इंजन की सहायता से अंतरिक्ष यान को ध्वनि के वेग (332 मी./सेकंड) से सात गुना अधिक तीव्र गति प्राप्त होगी। तीसरे और अंतिम चरण में 'रॉकेट' इंजन के माध्यम से अंतरिक्ष यान पुन: वायुमंडल में लौटकर पृथ्वी पर उतर सकेगा।

ईधन तथा गति

रॉकेट इंजन में तरल ऑक्सीजन का उपयोग ईधन के रूप में होगा, जो यान के उड़ान के दौरान स्वत: ही निर्मित होगी। भूतल से 30 कि.मी. की ऊँचाई पर अवतार की उड़ान गति 6,000 कि.मी. प्रति घंटा होगी। छोटे आकार के इस अंतरिक्ष यान अवतार को अंतरिक्ष में कम से कम 100 बार प्रक्षेपित किया जा सकेगा।

कार्य

यह यान मुख्य रूप से गुप्तचरी, निगरानी तथा टोहगिरी जैसी सेवाएं पूर्ण विश्वसनीयता के साथ उपलब्ध कराएगा। अवतार यान की प्रारंभिक निर्माण लागत 8,000 करोड़ रुपय अनुमानित है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख