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         '''[[हिंदी]]''' भारतीय गणराज की राजकीय एवं मध्य भारतीय आर्य भाषा है। हिंदी की प्रमुख बोलियों में [[अवधी भाषा|अवधी]], [[भोजपुरी भाषा|भोजपुरी]], [[ब्रज भाषा]], [[छत्तीसगढ़ी बोली|छत्तीसगढ़ी]], [[गढ़वाली बोली|गढ़वाली]], [[हरियाणवी बोली|हरियाणवी]], [[कुमाँऊनी भाषा|कुमाँऊनी]], [[मागधी भाषा|मागधी]] और [[मारवाड़ी बोली|मारवाड़ी]] शामिल हैं। हिंदी की आदि जननी [[संस्कृत]] है। संस्कृत [[पालि भाषा|पालि]], [[प्राकृत भाषा]] से होती हुई [[अपभ्रंश]] तक पहुँचती है। 'केन्द्रीय हिंदी निदेशालय' ने [[लिपि]] के मानकीकरण पर अधिक ध्यान दिया और '[[देवनागरी लिपि]]' तथा 'हिंदी वर्तनी का मानकीकरण' का प्रकाशन किया। हिंदी शब्द की व्युपत्ति [[भारत]] के उत्तर–पश्चिम में प्रवाहमान [[सिंधु नदी]] से सम्बन्धित है। [[हिंदी|.... और पढ़ें]]</poem>
         '''[[हिंदी]]''' भारतीय गणराज की राजकीय एवं मध्य भारतीय आर्य भाषा है। हिंदी शब्द की व्युपत्ति [[भारत]] के उत्तर–पश्चिम में प्रवाहमान [[सिंधु नदी]] से सम्बन्धित है। हिंदी की प्रमुख बोलियों में [[अवधी भाषा|अवधी]], [[भोजपुरी भाषा|भोजपुरी]], [[ब्रज भाषा]], [[छत्तीसगढ़ी बोली|छत्तीसगढ़ी]], [[गढ़वाली बोली|गढ़वाली]], [[हरियाणवी बोली|हरियाणवी]], [[कुमाँऊनी भाषा|कुमाँऊनी]], [[मागधी भाषा|मागधी]] और [[मारवाड़ी बोली|मारवाड़ी]] शामिल हैं। हिंदी की आदि जननी [[संस्कृत]] है। संस्कृत [[पालि भाषा|पालि]], [[प्राकृत भाषा]] से होती हुई [[अपभ्रंश]] तक पहुँचती है। 'केन्द्रीय हिंदी निदेशालय' ने [[लिपि]] के मानकीकरण पर अधिक ध्यान दिया और '[[देवनागरी लिपि]]' तथा 'हिंदी वर्तनी का मानकीकरण' का प्रकाशन किया। [[हिंदी|.... और पढ़ें]]</poem>
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Revision as of 14:28, 13 September 2013

एक आलेख

        हिंदी भारतीय गणराज की राजकीय एवं मध्य भारतीय आर्य भाषा है। हिंदी शब्द की व्युपत्ति भारत के उत्तर–पश्चिम में प्रवाहमान सिंधु नदी से सम्बन्धित है। हिंदी की प्रमुख बोलियों में अवधी, भोजपुरी, ब्रज भाषा, छत्तीसगढ़ी, गढ़वाली, हरियाणवी, कुमाँऊनी, मागधी और मारवाड़ी शामिल हैं। हिंदी की आदि जननी संस्कृत है। संस्कृत पालि, प्राकृत भाषा से होती हुई अपभ्रंश तक पहुँचती है। 'केन्द्रीय हिंदी निदेशालय' ने लिपि के मानकीकरण पर अधिक ध्यान दिया और 'देवनागरी लिपि' तथा 'हिंदी वर्तनी का मानकीकरण' का प्रकाशन किया। .... और पढ़ें


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