पार्थसारथी मंदिर चेन्नई: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
|||
Line 5: | Line 5: | ||
*[[पल्लव|पल्लवों]] के समय में इस बीच का प्रयोग बंदरगाह के रुप में होता था। | *[[पल्लव|पल्लवों]] के समय में इस बीच का प्रयोग बंदरगाह के रुप में होता था। | ||
*पार्थसारथी मंदिर अपने गोपुरम और वास्तुशिल्प के लिए प्रसिद्ध है। | *पार्थसारथी मंदिर अपने गोपुरम और वास्तुशिल्प के लिए प्रसिद्ध है। | ||
==सम्बंधित लिंक== | |||
{{तमिलनाडु के पर्यटन स्थल}} | |||
[[Category:तमिलनाडु]][[Category:तमिलनाडु_के_पर्यटन_स्थल]][[Category:चेन्नई_के_पर्यटन_स्थल]][[Category:पर्यटन कोश]]__INDEX__ | [[Category:तमिलनाडु]][[Category:तमिलनाडु_के_पर्यटन_स्थल]][[Category:चेन्नई_के_पर्यटन_स्थल]][[Category:पर्यटन कोश]]__INDEX__ |
Revision as of 13:01, 3 August 2010
- तमिलनाडु के शहर चेन्नई का यह एक पर्यटन स्थल है।
- पार्थसारथी मंदिर का निर्माण 8 वीं शताब्दी में दक्षिण के पल्लव राजाओं ने करवाया था।
- मंदिर को विजयनगर के राजाओं ने 16वीं शताब्दी में पुनर्निर्मित किया।
- पार्थसारथी मंदिर चेन्नई के प्रमुख ट्रिपलिकेन बीच में स्थित है।
- पल्लवों के समय में इस बीच का प्रयोग बंदरगाह के रुप में होता था।
- पार्थसारथी मंदिर अपने गोपुरम और वास्तुशिल्प के लिए प्रसिद्ध है।