अचलदास खींची री वचनिका: Difference between revisions
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'''अचलदास खींची री वचनिका''' चारण [[कवि]] शिवदास गाडण द्वारा रचित एक ऐतिहासिक कृति है। इसकी कृति की रचना [[डिंगल|डिंगल भाषा]] में की गई है। इस प्रसिद्ध कृति से [[मांडू मध्यप्रदेश|मांडू]] के सुल्तान [[हुशंगशाह]] व गागरौन के शासक अचलदास खींची के मध्य हुए युद्ध (1423 ई.) की जानकारी मिलती है। इसके साथ ही इस रचना में गागरोन के खींची शासकों के बारे में भी संक्षिप्त जानकारी मिलती है। | '''अचलदास खींची री वचनिका''' [[चारण]] [[कवि]] शिवदास गाडण द्वारा रचित एक ऐतिहासिक कृति है। इसकी कृति की रचना [[डिंगल|डिंगल भाषा]] में की गई है। इस प्रसिद्ध कृति से [[मांडू मध्यप्रदेश|मांडू]] के सुल्तान [[हुशंगशाह]] व गागरौन के शासक अचलदास खींची के मध्य हुए युद्ध (1423 ई.) की जानकारी मिलती है। इसके साथ ही इस रचना में गागरोन के खींची शासकों के बारे में भी संक्षिप्त जानकारी मिलती है। | ||
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अचलदास खींची री वचनिका चारण कवि शिवदास गाडण द्वारा रचित एक ऐतिहासिक कृति है। इसकी कृति की रचना डिंगल भाषा में की गई है। इस प्रसिद्ध कृति से मांडू के सुल्तान हुशंगशाह व गागरौन के शासक अचलदास खींची के मध्य हुए युद्ध (1423 ई.) की जानकारी मिलती है। इसके साथ ही इस रचना में गागरोन के खींची शासकों के बारे में भी संक्षिप्त जानकारी मिलती है।
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