जातक कथा: Difference between revisions
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[[पालि भाषा]] में लिखित जातक कथाओं में [[गौतम बुद्ध]] के पूर्वजन्म की कथाएं अंकित हैं। इनकी रचना का समय तीसरी शताब्दी ई॰ पूर्व से पहले का माना जाता है। [[साँची]] के [[स्तूप|स्तूपों]] में, जिनका निर्माण तीसरी शताब्दी ई॰ पूर्व में हुआ था, जातक कथाएं अंकित हैं। इन कथाओं के लेखकों का नाम अज्ञात है। इनमें रचनाकालीन भारत की राजनीतिक और सामाजिक स्थिति का विवरण भी मिलता है। | *[[पालि भाषा]] में लिखित जातक कथाओं में [[गौतम बुद्ध]] के पूर्वजन्म की कथाएं अंकित हैं। | ||
*इनकी रचना का समय तीसरी शताब्दी ई॰ पूर्व से पहले का माना जाता है। [[साँची]] के [[स्तूप|स्तूपों]] में, जिनका निर्माण तीसरी शताब्दी ई॰ पूर्व में हुआ था, जातक कथाएं अंकित हैं। | |||
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जातक कथा / Jatak Katha
- पालि भाषा में लिखित जातक कथाओं में गौतम बुद्ध के पूर्वजन्म की कथाएं अंकित हैं।
- इनकी रचना का समय तीसरी शताब्दी ई॰ पूर्व से पहले का माना जाता है। साँची के स्तूपों में, जिनका निर्माण तीसरी शताब्दी ई॰ पूर्व में हुआ था, जातक कथाएं अंकित हैं।
- इन कथाओं के लेखकों का नाम अज्ञात है।
- इनमें रचनाकालीन भारत की राजनीतिक और सामाजिक स्थिति का विवरण भी मिलता है।