फलकीवन: Difference between revisions
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*यहाँ देव बहुसहस्र वर्ष तक तप करते हैं। | *यहाँ देव बहुसहस्र वर्ष तक तप करते हैं। | ||
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Revision as of 14:29, 10 September 2011
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- एन.एल.डे. के अनुसार यह तीर्थस्थल कुरुक्षेत्र में स्थित है।
- थानेश्वर से सत्रह मील दूर दक्षिण पूर्व में ओघवती तट पर स्थित फरल में शुक्र तीर्थ है।
- इसे कुरुक्षेत्र के पावन सप्त वनों में मानते हैं।
- यहाँ देव बहुसहस्र वर्ष तक तप करते हैं।
- यहाँ द्वषवती, पाणिखात तथा सर्वदेव तीर्थ हैं।
- भीष्म, युधिष्ठिर जैसे धर्म प्रतिष्ठापक यहाँ से गुजरे हैं। यही फलकीवन क्षेत्र है।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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