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बैसारन- 150 मीटर ऊंचा यह घास का मैदान पहलगाम से लगभग 5 किमी. दूर है। पहलगाम और लिद्दर घाटी के मनोरम नजार यहां से देखे जा सकते हैं। बैसारन पाइन के वनों और बर्फ से आच्छादित चोटियों से घिरा है। | बैसारन- 150 मीटर ऊंचा यह घास का मैदान पहलगाम से लगभग 5 किमी. दूर है। पहलगाम और लिद्दर घाटी के मनोरम नजार यहां से देखे जा सकते हैं। बैसारन पाइन के वनों और बर्फ से आच्छादित चोटियों से घिरा है। | ||
तुलियन झील- यह झील बैसारन से 11 किमी. की दूरी पर है। साल के अधिकांश समय बर्फ से ढकी चोटियों से घिरी यह | तुलियन झील- यह झील बैसारन से 11 किमी. की दूरी पर है। साल के अधिकांश समय बर्फ से ढकी चोटियों से घिरी यह ख़ूबसूरत झील 3353 मीटर की ऊंचाई पर है। यहां के दृश्य सभी को आश्चर्यचकित कर देते हैं। | ||
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चंदनवाड़ी मार्ग पर स्थित हजन एक | चंदनवाड़ी मार्ग पर स्थित हजन एक ख़ूबसूरत पिकनिक स्थल है। इस स्थान की ख़ूबसूरती फिल्म निर्माताओं को काफी लुभाती है। यहाँ की लोकेशन कई फिल्मों में देखी जा सकती है। | ||
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thumb|250px|पहलगाम से बहती हुई लिद्दर नदी पहलगाम धरती पर स्वर्ग माने जाने वाले कश्मीर के सबसे ख़ूबसूरत हिल स्टेशनों में एक है। समुद्र तल से 2130 मीटर की ऊँचाई पर स्थित पहलगाम लिद्दर नदी और शेषनाग झील के मुहाने पर बसा है। अनंतनाग ज़िले में चारों ओर बर्फ से ढकी चोटियों, चमकते ग्लेशियर और छलछल करती नदी के बीच बसा पहलगाम सैलानियों के मन में अमिट छाप छोड़ता है।
दर्शनीय स्थल
ममलेश्वर
पहलगाम से 1 किमी. की दूरी पर ममल गाँव स्थित है। यहाँ लिद्दर नदी के दूसरी तरफ ममलेश्वर नामक शिव का एक छोटा मंदिर है। इस मंदिर का संबंध 12 शताब्दी के राजा जयसीमा के काल से है। यह मंदिर कश्मीर के सबसे प्राचीन मंदिरों में एक है। बैसारन- 150 मीटर ऊंचा यह घास का मैदान पहलगाम से लगभग 5 किमी. दूर है। पहलगाम और लिद्दर घाटी के मनोरम नजार यहां से देखे जा सकते हैं। बैसारन पाइन के वनों और बर्फ से आच्छादित चोटियों से घिरा है। तुलियन झील- यह झील बैसारन से 11 किमी. की दूरी पर है। साल के अधिकांश समय बर्फ से ढकी चोटियों से घिरी यह ख़ूबसूरत झील 3353 मीटर की ऊंचाई पर है। यहां के दृश्य सभी को आश्चर्यचकित कर देते हैं।
ओवेरा वन्यजीव अभयारण्य
32.27 वर्ग किमी. के क्षेत्र में फैला यह अभयारण्य पहलगाम के निकट स्थित है। यहाँ बहुत-सी दुर्लभ और लुप्तप्राय पक्षियों और मेमल की प्रजातियों देखी जा सकती हैं।
मरतड
मतन गाँव में एक ऊँचे पठार पर स्थित मरतड मंदिर के अवशेष बड़ी संख्या में सैलानियों को आकर्षित करते हैं। मंदिर में स्थापित देवता की मूर्ति के नाम पर ही गाँव का नाम मतन या मरतड पड़ा। ललितादित्य मुख्तापिड़ा द्वारा बनवाया गया यह मंदिर कश्मीर के सबसे आकर्षण अवशेषों में है। अरू- चहचहाते पक्षियों की आवाज, सरसराती ठंडी हवाओं और नीले आकाश के बीच बसा अरू समुद्र तल से 2408 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। शहरी जीवन से दूर लिद्दर नदी के किनार बसा अरू हरा भरा और मैदानी इलाका है। thumb|250px|पहलगाम|left
अचाबल
यह छोटा कस्बा मुगल गार्डन के लिए प्रसिद्ध है। इस गार्डन को नूरजहाँ ने बनवाना शुरू करवाया था और इसे पूरा शाहजहाँ की पुत्री जहाँआरा ने 1640 में करवाया। इस गार्डन को कश्मीर के सबसे सावधानी से डिजाइन किए गए गार्डन में एक माना जाता है। कहा जाता है यह गार्डन नूरजहाँ का पसंदीदा आरामगाह था। एक झरने की तीन नहरों से गार्डन को पानी मिलता है। मुख्य नहर में कुछ आकर्षण फव्वारें हैं।
चंदनवाड़ी
पहलगाम से 16 किमी. दूर स्थित चंदनवाड़ी अमरनाथ यात्रा का प्रारंभिक स्थान है जो सावन के महीने में शुरू होती है। अमरनाथ गुफा को शिव का घर माना जाता है। चंदनवाड़ी से 11 किमी. की दूरी पर शेषनाग की पर्वतीय झील है। यहां से 13 किमी. दूर पंचतरणी अमरनाथ यात्रा का अंतिम पडाव है। पंचतरणी से 6 किमी. दूर अमरनाथ गुफा है।
हजन
चंदनवाड़ी मार्ग पर स्थित हजन एक ख़ूबसूरत पिकनिक स्थल है। इस स्थान की ख़ूबसूरती फिल्म निर्माताओं को काफी लुभाती है। यहाँ की लोकेशन कई फिल्मों में देखी जा सकती है।
कैसे जाएं
वायु मार्ग
पहलगाम का निकटतम एयरपोर्ट बडगाम ज़िले में हैं। यह एयरपोर्ट भारत के प्रमुख शहरों से जुड़ा है।
रेल मार्ग
जम्मू पहलगाम का नजदीकी रेलवे स्टेशन है। भारत के अनेक शहरों से नियमित ट्रेनें जम्मू जाती हैं।
सड़क मार्ग
राष्ट्रीय राजमार्ग 1 ए कश्मीर घाटी को भारत के अन्य शहरों से जोड़ता है। श्रीनगर से पहलगाम के लिए नियमित बसें और टैक्सियों की व्यवस्था है।
कहाँ ठहरें
पहलगाम में विलासिता की समस्त सुविधाओं से युक्त कमरे वाले डीलक्स पाँच सितारे होटलों से लेकर मध्यम श्रेणी वाले होटलों तथा गेस्ट हाउसों की श्रृंखला उपलब्ध है जो कि आरामदेह निवास की सुविधा तथा गुणवत्तापूर्ण सेवाएँ समर्पित करती हैं। thumb|250px|पहलगाम से बहती हुई लिद्दर नदी
क्या करें
हार्स राइडिंग
- हार्स राइडिंग (अंग्रेजी: Horse Riding) पहलगाम में हार्स राइडिंग का अपना अलग ही मजा है। इसके लिये यहाँ के स्थानीय लोगों के पास अनेकों टट्टू उपलब्ध हैं जिन्हें आप किराये पर ले सकते हैं।
गोल्फ
- गोल्फ (अंग्रेजी: Golf) पहलगाम में पर्यटकों के लिये गोल्फ की सुविधा उपलब्ध है। वहाँ के टूरिस्ट सेंटर से आसानी के साथ गोल्फ सेट किराये पर लिया जा सकता है।
मत्स्याखेट फिशिंग
- मत्स्याखेट फिशिंग (अंग्रेजी: Fishing) सुरम्य एवं प्राकृतिक दृश्यों का अवलोकन करते हुये लिडर नदी में मत्स्याखेट करने का अपना अलग ही आनन्द है। टूरिस्ट सेंटर से आसानी के साथ इसके लिये परमिट मिल जाता है।
पर्वतारोहण
- पर्वतारोहण (अंग्रेजी: trekking) पहलगाम से आप चाँदवारी, शेषनाग,पंचतरणी, अमरनाथ गुफा मन्दिर, सोनमर्ग आदि स्थानों के लिये पर्वतारोहण कर सकते हैं।[1]
क्या खरीदें
पहलगाम मूल रूप से चरवाहों का गाँव है। प्राकृतिक रूप से पहलगाम को ऊन से बने कपड़ों के लिए जाना जाता है। यहाँ की स्थानीय दुकानों के गब्बा और नमदास खरीदा जा सकता है।
कब जाएँ
गर्मियों में मई से सितम्बर और सर्दियों में नवंबर से फरवरी[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख