प्रतिकर: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "मजदूर" to "मज़दूर") |
||
Line 1: | Line 1: | ||
[[उत्तर भारत]] में 'प्राचीन भारतीय कृषिजन्य व्यवस्था एवं राजस्व संबंधी पारिभाषिक शब्दावली' के अनुसार '''प्रतिकर''' देय करों के बदले ग्रामीणों द्वारा व्यक्तिगत या सामूहिक रूप में अनाज, पशुओं, नकदी, बिना | [[उत्तर भारत]] में 'प्राचीन भारतीय कृषिजन्य व्यवस्था एवं राजस्व संबंधी पारिभाषिक शब्दावली' के अनुसार '''प्रतिकर''' देय करों के बदले ग्रामीणों द्वारा व्यक्तिगत या सामूहिक रूप में अनाज, पशुओं, नकदी, बिना मज़दूरी के श्रम आदि के माध्यम से करों की अदायगी को कहा जाता है। | ||
* '''प्रतिकर''' शब्द का प्रयोग मंदिरों को प्रदत्त भूमि अनुदान के कारण उक्त भूमि से हटाए गए कृषकों को राज्य द्वारा देय क्षतिपूर्ति भत्ते के रूप में भी किया जाता था। | * '''प्रतिकर''' शब्द का प्रयोग मंदिरों को प्रदत्त भूमि अनुदान के कारण उक्त भूमि से हटाए गए कृषकों को राज्य द्वारा देय क्षतिपूर्ति भत्ते के रूप में भी किया जाता था। | ||
{{seealso|सल्तनत काल की शब्दावली|भूगोल शब्दावली}} | {{seealso|सल्तनत काल की शब्दावली|भूगोल शब्दावली}} |
Revision as of 14:59, 6 April 2015
उत्तर भारत में 'प्राचीन भारतीय कृषिजन्य व्यवस्था एवं राजस्व संबंधी पारिभाषिक शब्दावली' के अनुसार प्रतिकर देय करों के बदले ग्रामीणों द्वारा व्यक्तिगत या सामूहिक रूप में अनाज, पशुओं, नकदी, बिना मज़दूरी के श्रम आदि के माध्यम से करों की अदायगी को कहा जाता है।
- प्रतिकर शब्द का प्रयोग मंदिरों को प्रदत्त भूमि अनुदान के कारण उक्त भूमि से हटाए गए कृषकों को राज्य द्वारा देय क्षतिपूर्ति भत्ते के रूप में भी किया जाता था।
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
|
|
|
|
|