मेनका गाँधी: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
आदित्य चौधरी (talk | contribs) m (Text replace - "अविभावक" to "अभिभावक") |
||
Line 9: | Line 9: | ||
|मृत्यु स्थान= | |मृत्यु स्थान= | ||
|मृत्यु कारण= | |मृत्यु कारण= | ||
| | |अभिभावक= | ||
|पति/पत्नी=[[संजय गाँधी]] | |पति/पत्नी=[[संजय गाँधी]] | ||
|संतान=[[वरुण गाँधी]] | |संतान=[[वरुण गाँधी]] |
Revision as of 05:03, 29 May 2015
मेनका गाँधी
| |
पूरा नाम | मेनका गाँधी |
जन्म | 26 अगस्त, 1956 |
जन्म भूमि | दिल्ली |
पति/पत्नी | संजय गाँधी |
संतान | वरुण गाँधी |
नागरिकता | भारतीय |
पार्टी | भारतीय जनता पार्टी |
पद | वर्तमान महिला एवं बाल विकास मंत्री, पूर्व पर्यावरण मंत्री, पूर्व सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री |
कार्य काल | 26 मई, 2014 से अब तक |
भाषा | हिंदी, अंग्रेज़ी |
अन्य जानकारी | मेनका गाँधी एक जानी-मानी पर्यावरणवादी कार्यकर्ता हैं। भारत में पशु अधिकारों के प्रश्न को मुख्यधारा में लाने का श्रेय इन्हीं को जाता है। |
अद्यतन | 19:16, 29 मई 2014 (IST)
|
मेनका गाँधी (अंग्रेज़ी: Maneka Gandhi, जन्म: 26 अगस्त, 1956) भारत की प्रसिद्ध राजनेत्री, पर्यावरणवादी कार्यकर्ता एवं पशु-अधिकारवादी हैं। मेनका गाँधी वर्तमान महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं। भारत में पशु अधिकारों के प्रश्न को मुख्यधारा में लाने का श्रेय मेनका गांधी को ही जाता है। सन 1992 में इन्होंने पीपल फार अनिमल्स नामक एक गैर-सरकारी संगठन आरम्भ किया जो पूरे भारत में (पशु) आश्रय चलाता है। मेनका गांधी नेहरू गांधी परिवार की सदस्य है। मेनका गाँधी, भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी के छोटे पुत्र संजय गांधी की पत्नी हैं। इन्होंने अनेकों पुस्तकों की रचना की है तथा उनके लेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रायः आते रहते हैं। वे वर्तमान में भारत की महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं। मेनका गाँधी नौवीं, ग्यारहवीं, बारहवीं, तेरहवीं, पंद्रहवीं और सोलहवीं लोकसभा की सदस्य चुनी गयीं।
जीवन परिचय
16वीं लोकसभा में पीलीभीत सीट से विजयी मेनका गांधी का जन्म 26 अगस्त, 1956 को दिल्ली में हुआ था। मेनका गांधी की शिक्षा लारेंस स्कूल, सनवर तथा तदोपरान्त लेडी श्रीराम कालेज, नई दिल्ली में हुई। उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के छोटे बेटे संजय गांधी के साथ विवाह किया। एक आकस्मिक दुर्घटना में संजय गांधी के देहांत के बाद वे सन 1982 में राजनीति में आयीं। वह चार सरकारों में केन्द्रीय मंत्री रह चुकी हैं। राजनीति से हटकर मेनका एक पत्रकार भी रही हैं और एक पत्रिका की संपादक भी रह चुकी हैं। उन्होंने कानून और पशुओं पर आधारित बहुत-सी पुस्तकें लिखी हैं और उन्हें बेजुबान पशुओं पर होने वाले अत्याचारों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने के लिए जाना जाता है।[1]
मंत्री पद
- 1989 से 1991 तक पर्यावरण मंत्री रहीं।
- 1998 से 1999 तक सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री रहीं।
- 2014 में इन्हें नरेंद्र मोदी के नेतृत्त्व की सरकार में भारत की महिला एवं बाल विकास मंत्री बनाया गया।
सदस्यता
- केन्द्रीय राज्य मंत्री
- पर्यावरण और वन, 6 दिसम्बर 1989-6 नवम्बर, 1990
- अतिरिक्त प्रभार, कार्यक्रम कार्यांवयन, 20 जनवरी 1990-23 अप्रैल 1990
- पर्यावरण एवं वन (स्वतंत्र प्रभार), 21 नवम्बर 1990- 21 जून 1991
- कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), 19 मार्च 1998- 23 मई 1998
- सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता (स्वतंत्र प्रभार), 23 मई 1998- 13 अक्टूबर 1999 और 13 अक्टूबर 1999- 1 सितम्बर 2001
- संस्कृति (स्वतंत्र प्रभार), 1 सितम्बर 2001- 18 नवम्बर 2001
- सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यांवयन (स्वतंत्र प्रभार), 18 नवम्बर 2001- 1 जुलाई 2002
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ मेनका गांधी : कैबिनेट मंत्री (हिंदी) जागरण डॉट कॉम। अभिगमन तिथि: 29 मई, 2014।
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख
नरेन्द्र मोदी का कैबिनेट मंत्रिमण्डल
क्रमांक | मंत्री नाम | मंत्रालय |
---|