कहरा (रमैनी): Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - "विद्वान " to "विद्वान् ") |
||
Line 1: | Line 1: | ||
'''कहरा को कहरवा का संक्षिप्त रूप''' माना जाता है। कुछ | '''कहरा को कहरवा का संक्षिप्त रूप''' माना जाता है। कुछ विद्वान् 'कहरा' का सम्बन्ध 'कहर' से जोड़ते हैं, जिसका अर्थ है 'संसार के जरा मरण रूप कहर (क्लेश) से बचने वाला' <ref>कबीर के काव्यरूप – डॉक्टर नजीर मुहम्मद, पृष्ठ 103</ref> कहरे में 30 मात्राएँ तथा 16, 14 पर यति मिलती है। इस नियम का कड़ाई से पालन नहीं किया गया है।<ref>{{cite book | last =शर्मा | first =रामकिशोर| title =कबीर ग्रन्थावली| edition = | publisher = | location =भारत डिस्कवरी पुस्तकालय| language =हिंदी| pages =100| chapter =}}</ref> | ||
{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक=|पूर्णता=|शोध=}} | {{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक=|पूर्णता=|शोध=}} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== |
Latest revision as of 14:44, 6 July 2017
कहरा को कहरवा का संक्षिप्त रूप माना जाता है। कुछ विद्वान् 'कहरा' का सम्बन्ध 'कहर' से जोड़ते हैं, जिसका अर्थ है 'संसार के जरा मरण रूप कहर (क्लेश) से बचने वाला' [1] कहरे में 30 मात्राएँ तथा 16, 14 पर यति मिलती है। इस नियम का कड़ाई से पालन नहीं किया गया है।[2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख