अंगदान: Difference between revisions
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'''अंगदान''' - [[संज्ञा]] [[पुल्लिंग]] ([[संस्कृत]] अंङ्ग + दान)<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=हिंदी शब्दसागर, प्रथम भाग |लेखक= श्यामसुंदरदास बी. ए.|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=नागरी मुद्रण, वाराणसी |संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=06|url=|ISBN=}}</ref> | '''अंगदान''' - [[संज्ञा]] [[पुल्लिंग]] ([[संस्कृत]] अंङ्ग + दान)<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=हिंदी शब्दसागर, प्रथम भाग |लेखक= श्यामसुंदरदास बी. ए.|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=नागरी मुद्रण, वाराणसी |संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=06|url=|ISBN=}}</ref> | ||
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Latest revision as of 13:30, 5 January 2020
अंगदान - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत अंङ्ग + दान)[1]
- पीठ दिखलाना, युद्ध से भागना, लड़ाई से पीछे फिरना।
- तनुदान, अंगसमर्पण, सुरति, रति।[2]
क्रिया प्रयोग - करना
- पीठ दिखलाना, भागना, पीछे फिरना।
- रति करना, सम्भोग करना।
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