पालक्काड: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
m (Text replace - "श्रृंखला" to "शृंखला")
m (Text replacement - "शृंखला" to "श्रृंखला")
 
Line 1: Line 1:
[[चित्र:Palakkad-Fort.jpg|thumb|250px|पालक्काड क़िला (टीपू सुल्तान का क़िला)]]
[[चित्र:Palakkad-Fort.jpg|thumb|250px|पालक्काड क़िला (टीपू सुल्तान का क़िला)]]
'''पालक्काड''' भूतपूर्व पालघाट नगर दक्षिण [[भारत]] के मध्य [[केरल]] [[राज्य]] में स्थित है।
'''पालक्काड''' भूतपूर्व पालघाट नगर दक्षिण [[भारत]] के मध्य [[केरल]] [[राज्य]] में स्थित है।
*पालक्काड नगर पश्चिमी घाट शृंखला की एक घाटी<ref>जिसे पालघाट अंतराल कहते हैं</ref> में पोन्नानि नदी के तट पर बसा हुआ है।  
*पालक्काड नगर पश्चिमी घाट श्रृंखला की एक घाटी<ref>जिसे पालघाट अंतराल कहते हैं</ref> में पोन्नानि नदी के तट पर बसा हुआ है।  
*इसकी अवस्थिति ने पालक्काड नगर को 'केरल का धान का कटोरा' के रूप में सामारिक और वाणिज्यिक महत्व प्रदान किया है।  
*इसकी अवस्थिति ने पालक्काड नगर को 'केरल का धान का कटोरा' के रूप में सामारिक और वाणिज्यिक महत्व प्रदान किया है।  
*24 किमी. चौड़े और सकरे हिस्सों में खड़ी कगार वाले इस अंतराल को पार किए बिना पश्चिमी घाट की पहाड़ियों को पार करना संभव नहीं है।
*24 किमी. चौड़े और सकरे हिस्सों में खड़ी कगार वाले इस अंतराल को पार किए बिना पश्चिमी घाट की पहाड़ियों को पार करना संभव नहीं है।

Latest revision as of 10:46, 9 February 2021

thumb|250px|पालक्काड क़िला (टीपू सुल्तान का क़िला) पालक्काड भूतपूर्व पालघाट नगर दक्षिण भारत के मध्य केरल राज्य में स्थित है।

  • पालक्काड नगर पश्चिमी घाट श्रृंखला की एक घाटी[1] में पोन्नानि नदी के तट पर बसा हुआ है।
  • इसकी अवस्थिति ने पालक्काड नगर को 'केरल का धान का कटोरा' के रूप में सामारिक और वाणिज्यिक महत्व प्रदान किया है।
  • 24 किमी. चौड़े और सकरे हिस्सों में खड़ी कगार वाले इस अंतराल को पार किए बिना पश्चिमी घाट की पहाड़ियों को पार करना संभव नहीं है।
  • पालक्काड अनाज तंबाकू, वस्त्र और इमारती लकड़ियों का विपणन केंद्र है।
  • पालक्काड के उद्योग में तंबाकू प्रसंस्करण, चावल मिल, बुनाई और हल्के-फुल्के उद्योग शामिल हैं।
  • पालक्काड में स्थित महाविद्यालयों में गवर्नमेंट विक्टोरिया कॉलेज[2], मर्सी कॉलेज, एन.एस.एस. कॉलेज शामिल हैं।
  • नदी के पार उत्तर में ओलावाकोड रेल जंक्शन है।
  • मैसूर के शासक हैदर अली द्वारा 1766 में निर्मत पालक्काड क़िला, जिस पर अंग्रज़ों ने 1783 में अस्थायी रूप से और 1790 में स्थायी क़ब्ज़ा कर लिया था, पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. जिसे पालघाट अंतराल कहते हैं
  2. स्थापना 1888

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख