बिशन सिंह चुफाल: Difference between revisions

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'''बिशन सिंह चुफाल''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Bishan Singh Chuphal'', जन्म- [[13 मई]], [[1955]]) भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वह [[भारतीय जनता पार्टी]] की [[उत्तराखण्ड]] इकाई के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष हैं। वह राजनीति के प्रकांड पंडित हैं। बिशन सिंह चुफाल डीडीहाट विधानसभा से लगातार पांच बार विधायक रहे हैं। [[तीरथ सिंह रावत]] सरकार में एक बड़े चेहरे के रूप में वह पेयजल मंत्री रहे। सन [[1996]] में [[उत्तर प्रदेश]] में पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुचे थे, तब से अपनी सीट पर हमेशा अजेय रहे हैं।<br/>
'''बिशन सिंह चुफाल''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Bishan Singh Chuphal'', जन्म- [[13 मई]], [[1955]]) भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वह [[भारतीय जनता पार्टी]] की [[उत्तराखण्ड]] इकाई के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष हैं। वह राजनीति के प्रकांड पंडित हैं। बिशन सिंह चुफाल डीडीहाट विधानसभा से लगातार पांच बार विधायक रहे हैं। [[तीरथ सिंह रावत]] सरकार में एक बड़े चेहरे के रूप में वह पेयजल मंत्री रहे। सन [[1996]] में [[उत्तर प्रदेश]] में पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुचे थे, तब से अपनी सीट पर हमेशा अजेय रहे हैं।<br/>
*डीडीहाट विधानसभा सीट से बीजेपी के कद्दावर नेता बिशन सिंह चुफाल लगातार छठवीं बार चुनाव ([[2022]]) जीते हैं। वह पहली बार डीडीहाट से 1996 में यूपी की विधानसभा पहुंचे थे। यूपी के दौर से अब तक चुफाल लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं; लेकिन [[उत्तराखंड]] बनने के बाद उनकी जीत में हर बार त्रिकोणीय मुकाबले की अहम भूमिका रही।
*डीडीहाट विधानसभा सीट से बीजेपी के कद्दावर नेता बिशन सिंह चुफाल लगातार छठवीं बार चुनाव ([[2022]]) जीते हैं। वह पहली बार डीडीहाट से 1996 में यूपी की विधानसभा पहुंचे थे। यूपी के दौर से अब तक चुफाल लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं; लेकिन [[उत्तराखंड]] बनने के बाद उनकी जीत में हर बार त्रिकोणीय मुकाबले की अहम भूमिका रही।<ref name="pp">{{cite web |url=https://hindi.news18.com/news/uttarakhand/pithoragarh-bishan-singh-chuphal-records-double-hat-trick-from-didihat-know-the-same-reason-since-five-elections-4064837.html |title=बिशन सिंह चुफाल ने लगाई डबल हैट्रिक|accessmonthday=16 अगस्त|accessyear=2021 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=hindi.news18.com |language=हिंदी}}</ref>
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*साल [[2012]] के तीसरे विधानसभा चुनावों में यूकेडी की ताकत तो काफी कम हो चुकी थी, लेकिन इस बार बीजेपी के बागी जगजीवन कन्याल ने मुकाबला त्रिकोणीय बनाया। [[बसपा]] से लड़े कन्याल को 2012 चुनाव में 12,000 से अधिक वोट मिले, लेकिन जीते बिशन सिंह चुफाल ही।
*साल [[2012]] के तीसरे विधानसभा चुनावों में यूकेडी की ताकत तो काफी कम हो चुकी थी, लेकिन इस बार बीजेपी के बागी जगजीवन कन्याल ने मुकाबला त्रिकोणीय बनाया। [[बसपा]] से लड़े कन्याल को 2012 चुनाव में 12,000 से अधिक वोट मिले, लेकिन जीते बिशन सिंह चुफाल ही।

Revision as of 12:24, 16 August 2022

thumb|250px|बिशन सिंह चुफाल बिशन सिंह चुफाल (अंग्रेज़ी: Bishan Singh Chuphal, जन्म- 13 मई, 1955) भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वह भारतीय जनता पार्टी की उत्तराखण्ड इकाई के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष हैं। वह राजनीति के प्रकांड पंडित हैं। बिशन सिंह चुफाल डीडीहाट विधानसभा से लगातार पांच बार विधायक रहे हैं। तीरथ सिंह रावत सरकार में एक बड़े चेहरे के रूप में वह पेयजल मंत्री रहे। सन 1996 में उत्तर प्रदेश में पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुचे थे, तब से अपनी सीट पर हमेशा अजेय रहे हैं।

  • डीडीहाट विधानसभा सीट से बीजेपी के कद्दावर नेता बिशन सिंह चुफाल लगातार छठवीं बार चुनाव (2022) जीते हैं। वह पहली बार डीडीहाट से 1996 में यूपी की विधानसभा पहुंचे थे। यूपी के दौर से अब तक चुफाल लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं; लेकिन उत्तराखंड बनने के बाद उनकी जीत में हर बार त्रिकोणीय मुकाबले की अहम भूमिका रही।[1]
  • बिशन सिंह चुफाल की जीत के रिकॉर्ड पर उत्तराखंड के पहले चुनाव से नज़र डालें तो 2002 में डीडीहाट सीट पर कांग्रेस, बीजेपी और क्षेत्रीय दल उत्तराखंड क्रांति दल के बीच मुकाबला रहा। उस वक्त यहां यूकेडी काफी मजबूत स्थिति में हुआ करती थी। 2007 में भी चुनावी स्थिति 2002 की तरह ही रही और फिर चुनाव में बिशन सिंह चुफाल जीते।
  • साल 2012 के तीसरे विधानसभा चुनावों में यूकेडी की ताकत तो काफी कम हो चुकी थी, लेकिन इस बार बीजेपी के बागी जगजीवन कन्याल ने मुकाबला त्रिकोणीय बनाया। बसपा से लड़े कन्याल को 2012 चुनाव में 12,000 से अधिक वोट मिले, लेकिन जीते बिशन सिंह चुफाल ही।
  • साल 2017 के विधानसभा चुनाव में डीडीहाट सीट पर मुकाबला इसलिए रोचक था, क्योंकि बीजेपी से बगावत कर पूर्व ज़िला पंचायत अध्यक्ष किशन भंडारी ने निर्दलीय ताल ठोक दी थी। जीत भले ही फिर बिशन सिंह चुफाल को मिली, लेकिन उन्हें कड़ी चुनौती मिली।
  • 2017 में बिशन सिंह चुफाल को 17,392 वोट मिले तो निर्दलीय किशन भंडारी को 15024, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप पाल 14,470 वोट लेकर तीसरे नम्बर पर रहे।
  • साल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी डीडीहाट में 2017 जैसा ही कड़ा मुकाबला दिखा। बिशन सिंह चुफाल ने लगातार छठवीं जीत भले ही दर्ज की, लेकिन फिर त्रिकोण का रोल अहम रहा। निर्दलीय किशन सिंह भंडारी को बीजेपी नेता बिशन सिंह चुफाल ने 3226 मतों से मात दी। बिशन सिंह चुफाल को 20,994 वोट मिले, जबकि भंडारी को 17,368। इस बार कांग्रेस के प्रदीप पाल 14,298 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. बिशन सिंह चुफाल ने लगाई डबल हैट्रिक (हिंदी) hindi.news18.com। अभिगमन तिथि: 16 अगस्त, 2021।

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