कार्बन: Difference between revisions

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([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]:Carbon) कार्बन [[आवर्त सारणी]] के उपवर्ग IVA का सदस्य है। इस उपवर्ग के अन्य सदस्य [[सिलिकन]], [[जर्मेनियम]], [[टिन]], तथा [[लेड]] हैं। चूँकि कार्बन आवर्त सारणी के उपवर्ग IVA का प्रथम सदस्य है, इस कारण इस उपवर्ग के [[तत्व|तत्वों]] को '''कार्बन वर्ग के तत्व''' कहते हैं। कार्बन का संकेत 'C' तथा [[परमाणु संख्या]] 6 होता है। इसका [[इलेक्टॉनिक विन्यास]] '''1s<sup>2</sup>, 2s<sup>2</sup>, 2p<sup>2</sup>''' होता है। इसमें संयोजी [[इलेक्टॉन|इलेक्टॉनों]] की संख्या 4 होती है। कार्बन वर्ग के तत्वों में लेड को छोड़कर सभी अपरूपता का गुण प्रदर्शित करते हैं। कार्बन और सिलिकन [[अधातु]] हैं, जर्मेनियम [[उपधातु]] है, जबकि टिन और लेड [[धातु]] हैं।
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==प्राप्ति==
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प्रकृति में कार्बन मुक्त तथा अनेक [[यौगिक|यौगिकों]] के रूप में पाया जाता है। प्रकृति में कार्बन ही एक ऐसा तत्व है, जिसके सबसे अधिक यौगिक पाये जाते हैं तथा जिनके अध्ययन के लिये [[रसायन विज्ञान|रसायन]] की अलग शाखा ‘कार्बनिक रसायन’ के नाम से जानी जाती है। कार्बन अपररुपता प्रदर्शित करता है। यह क्रिस्टलीय तथा अक्रिस्टलीय दो अपररूपों में पाया जाता है। [[हीरा]] तथा [[ग्रेफाइट]] कार्बन के क्रिस्टलीय अपररूप हैं, जबकि पत्थर, लकड़ी, हड्डी आदि का कोयला इसके अक्रिस्टलीय अपररूप हैं। वायुमण्डल में कार्बन, कार्बन डाईऑक्साइड के रूप में पाया जाता है। इसके अतिरिक्त यह सभी जीवधारियों, पेड़-पौधों, चट्टानों आदि में पाया जाता है।
प्रकृति में कार्बन मुक्त तथा अनेक [[यौगिक|यौगिकों]] के रूप में पाया जाता है। प्रकृति में कार्बन ही एक ऐसा तत्व है, जिसके सबसे अधिक यौगिक पाये जाते हैं तथा जिनके अध्ययन के लिये [[रसायन विज्ञान|रसायन]] की अलग शाखा ‘कार्बनिक रसायन’ के नाम से जानी जाती है। वायुमण्डल में कार्बन, कार्बन डाईऑक्साइड के रूप में पाया जाता है। इसके अतिरिक्त यह सभी जीवधारियों, पेड़-पौधों, चट्टानों आदि में पाया जाता है।
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कार्बन अपररुपता प्रदर्शित करता है। यह क्रिस्टलीय तथा अक्रिस्टलीय दो अपररूपों में पाया जाता है। [[हीरा]] तथा [[ग्रेफाइट]] कार्बन के क्रिस्टलीय अपररूप हैं, जबकि पत्थर, लकड़ी, हड्डी आदि का कोयला इसके अक्रिस्टलीय अपररूप हैं।  
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(अंग्रेज़ी:Carbon) कार्बन आवर्त सारणी के उपवर्ग IVA का सदस्य है। इस उपवर्ग के अन्य सदस्य सिलिकन, जर्मेनियम, टिन, तथा लेड हैं। चूँकि कार्बन आवर्त सारणी के उपवर्ग IVA का प्रथम सदस्य है, इस कारण इस उपवर्ग के तत्वों को कार्बन वर्ग के तत्व कहते हैं। कार्बन का संकेत 'C' तथा परमाणु संख्या 6 होता है। इसका इलेक्टॉनिक विन्यास 1s2, 2s2, 2p2 होता है। इसमें संयोजी इलेक्टॉनों की संख्या 4 होती है। कार्बन वर्ग के तत्वों में लेड को छोड़कर सभी अपरूपता का गुण प्रदर्शित करते हैं। कार्बन और सिलिकन अधातु हैं, जर्मेनियम उपधातु है, जबकि टिन और लेड धातु हैं।

प्राप्ति

प्रकृति में कार्बन मुक्त तथा अनेक यौगिकों के रूप में पाया जाता है। प्रकृति में कार्बन ही एक ऐसा तत्व है, जिसके सबसे अधिक यौगिक पाये जाते हैं तथा जिनके अध्ययन के लिये रसायन की अलग शाखा ‘कार्बनिक रसायन’ के नाम से जानी जाती है। वायुमण्डल में कार्बन, कार्बन डाईऑक्साइड के रूप में पाया जाता है। इसके अतिरिक्त यह सभी जीवधारियों, पेड़-पौधों, चट्टानों आदि में पाया जाता है।

अपररुपता

कार्बन अपररुपता प्रदर्शित करता है। यह क्रिस्टलीय तथा अक्रिस्टलीय दो अपररूपों में पाया जाता है। हीरा तथा ग्रेफाइट कार्बन के क्रिस्टलीय अपररूप हैं, जबकि पत्थर, लकड़ी, हड्डी आदि का कोयला इसके अक्रिस्टलीय अपररूप हैं।

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टीका टिप्पणी और संदर्भ