महारानी एलिज़ाबेथ प्रथम

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 05:03, 29 May 2015 by आदित्य चौधरी (talk | contribs) (Text replace - "अविभावक" to "अभिभावक")
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search
महारानी एलिज़ाबेथ प्रथम
पूरा नाम महारानी एलिजाबेथ प्रथम
जन्म 7 सितम्बर, 1533
जन्म भूमि ग्रीनविच, इंग्लैंड
मृत्यु 24 मार्च 1603 (आयु- 69)
मृत्यु स्थान सरे, इंग्लैंड
अभिभावक हेनरी अष्टम और ऐनी बोलिन
पुरस्कार-उपाधि महारानी
नागरिकता इंग्लैंड
अन्य जानकारी एलिजाबेथ प्रथम के कुशल शासन के दौरान इंग्लैण्ड ने कई अहम उपलब्धियों को हासिल किया था और यह एक वैश्विक सामाजिक शक्ति के रूप में उभरा।

महारानी एलिजाबेथ प्रथम इंग्लैण्ड की महारानी थीं। भारत पर काफ़ी लम्बे समय तक शासन करने वाली ईस्ट इण्डिया कम्पनी का आरम्भ महारानी एलिजाबेथ प्रथम द्वारा वर्ष 1600 ई. के अन्तिम दिन प्रदत्त चार्टर के फलस्वरूप हुआ था। इस चार्टर में कम्पनी को ईस्ट इंडीज में व्यापार करने का अधिकार दिया गया था।

ईस्ट इण्डिया की स्थापना

  1. REDIRECTसाँचा:मुख्य

इंग्लैण्ड की महारानी एलिजाबेथ प्रथम के समय में 31 दिसम्बर, 1600 को भारत में 'दि गर्वनर एण्ड कम्पनी ऑफ़ लन्दल ट्रेडिंग इन टू दि ईस्ट इंडीज' अर्थात् 'ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी' की स्थापना हुई थी। इस कम्पनी की स्थापना से पूर्व महारानी एलिजाबेथ ने पूर्व देशों से व्यापार करने के लिए चार्टर तथा एकाधिकार प्रदान किया। प्रारम्भ में यह अधिकार मात्र 15 वर्ष के लिए मिला था, किन्तु कालान्तर में इसे 20-20 वर्षों के लिए बढ़ाया जाने लगा। ईस्ट इंडिया कम्पनी में उस समय कुल क़रीब 217 साझीदार थे। कम्पनी का आरम्भिक उद्देश्य भू-भाग नहीं बल्कि व्यापार था। [[चित्र:East-India-Company-Seal.jpg|thumb|ईस्ट इण्डिया कम्पनी मुहर|left ]]

कोहिनूर हीरे की भेंट

यह भी उल्लेखनीय है कि 1850 में तत्कालीन गवर्नर-जनरल ने भारत का विश्व प्रसिद्ध कोहिनूर हीरा महारानी विक्टोरिया के सामने तोहफे के तौर पर पेश किया था। बाद में इसे महारानी एलिजाबेथ प्रथम के ताज में सजा दिया गया। कोहिनूर हीरे को अंतिम बार महारानी एलिजबेथ की माँ क्वीन मदर ने पहना था। वर्ष 2002 में क्वीन मदर का निधन होने के बाद कोहिनूर को उनके ताज के साथ उनके ताबूत पर रखा गया था।

लेखिका

एलिजाबेथ प्रथम के कुशल शासन के दौरान इंग्लैण्ड ने कई अहम उपलब्धियों को हासिल किया था और यह एक वैश्विक सामाजिक शक्ति के रूप में उभरा। गौरतलब है कि एलिजाबेथ प्रथम एक अच्छी लेखिका भी थीं। उन्होंने ओजपूर्ण भाषण भी लिखे थे। उन्होंने 1558 में स्पेनी अभियान के समय अपने सैनिकों को तैयार करने के लिए भाषण भी दिया था।[1]

  • सर फ्राँसिस ड्रेक, वाइस एडमिरल (1540-27 जनवरी, 1596) महारानी एलिजाबेथ के समय का एक जहाज कप्तान, समुद्री लुटेरा, खोजी और राजनीतिज्ञ था। महारानी एलिजाबेथ प्रथम ने 1581 में उसे 'नाइटहुड' प्रदान किया था।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. महारानी एलिजाबेथ पर कलम। । अभिगमन तिथि: 18 अप्रैल, 2013।

संबंधित लेख


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः