पद (काव्य)
पद काव्य रचना की गेय शैली है। इसका विकास लोकगीतों की परंपरा से माना जाता है। यह मात्रिक छन्द की श्रेणी में आता है। प्राय: पदों के साथ किसी न किसी राग का निर्देश मिलता है। पद विशेष को सम्बन्धित राग में ही गाया जाता है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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