सर सुंदरलाल

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 11:54, 29 August 2018 by रविन्द्र प्रसाद (talk | contribs) (''''सर सुंदरलाल''' (जन्म- 1859, नैनीताल, उत्तरांचल; मृत...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search

सर सुंदरलाल (जन्म- 1859, नैनीताल, उत्तरांचल; मृत्यु-1918) प्रसिद्ध विधिवेत्ता और सार्वजनिक कार्यकर्ता थे। वे देश के विकास के लिए औद्योगीकरण और शिक्षा प्रसार को उन्नति के लिये आवश्यक समझते थे।

परिचय

सर सुंदरलाल का जन्म उत्तरांचल के नैनीताल जिले के जसपुर नामक स्थान पर 1859 ई. में हुआ था। उनका नागर ब्राह्मण परिवार गुजरात से आकर यहीं बसा था। उन्होंने पहले वकालत की परीक्षा पास की और फिर कोलकाता विश्वविद्यालय से स्नातक बनने के बाद वकालत करने लगे। अपनी प्रतिभा के बल पर उन्होंने इस क्षेत्र में शीघ्र ही बड़ी सफलता अर्जित कर ली। सरकार ने उन्हें 'सर' की उपाधि दी थी।[1]

उच्च पद

सर सुंदरलाल उच्च पदों पर आसीन रहे। वे अवध के ज्यूडिशियल कमिश्नर और इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज रहे। तीन बार वे इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के और 1916 में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रथम वाइस चांसलर बने। इस विश्वविद्यालय की स्थापना में वे मालवीय जी के बड़े सहायक थे।

आचार विचार

सुंदरलाल के विचार इस संबंध में गोपाल कृष्ण गोखले से मिलते थे। हिंदू आचार-विचार में निष्ठा रखने वाले सर सुंदरलाल संवैधानिक तरीकों से देश की स्वतंत्रता के समर्थक थे। वे देश की समृद्धि के लिए औद्योगीकरण को आवश्यक मानते थे और शिक्षा प्रसार को उन्नति का साधन समझते थे। सर सुंदरलाल का कांग्रेस से उसकी स्थापना के समय से ही संबंध था। मोतीलाल नेहरू, मालवीय जी, एनी बीसेंट आदि उनके मित्र और सहयोगी थे। कांग्रेस के इलाहाबाद अधिवेशन, 1910 की स्वागत समिति के वही अध्यक्ष थे।

मृत्यु

प्रसिद्ध विधिवेत्ता और सार्वजनिक कार्यकर्ता सर सुंदरलाल का 1918 ई. में निधन हो गया।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भारतीय चरित कोश |लेखक: लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय' |प्रकाशक: शिक्षा भारती, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली |पृष्ठ संख्या: 905 |

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः