Difference between revisions of "हम्मीर रासो"
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*इस ग्रन्थ की भाषा हम्मीर के समय के कुछ बाद की लगती है। अतः [[भाषा]] के आधार पर इसे हम्मीर के कुछ बाद का माना जा सकता है। | *इस ग्रन्थ की भाषा हम्मीर के समय के कुछ बाद की लगती है। अतः [[भाषा]] के आधार पर इसे हम्मीर के कुछ बाद का माना जा सकता है। |
Revision as of 10:51, 26 May 2011
- hammir raso namak rachana ki koee mool prati nahian milati hai.
- is rachana ke rachayita sharandhar mana jata hai.
- 'prakrit paigalam' mean isake kuchh chhand udaharan ke rup mean die gaye hai.
- is granth ki bhasha hammir ke samay ke kuchh bad ki lagati hai. atah bhasha ke adhar par ise hammir ke kuchh bad ka mana ja sakata hai.
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