Difference between revisions of "प्रयोग:मीरा3"
Jump to navigation
Jump to search
अंशुल सुधाकर (talk | contribs) |
अंशुल सुधाकर (talk | contribs) |
||
Line 34: | Line 34: | ||
-उपरोक्त में से कोई नहीं | -उपरोक्त में से कोई नहीं | ||
− | {एक गांव जिसमें जजमानी व्यवस्था जाती है; उसमें नाई और धोबी का सम्बन्ध निम्नलिखित में से किससे है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-263,प्रश्न-1 | + | {एक गांव जिसमें जजमानी व्यवस्था अपनायी जाती है; उसमें नाई और धोबी का सम्बन्ध निम्नलिखित में से किससे है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-263,प्रश्न-1 |
|type="()"} | |type="()"} | ||
-कारीगर जातियां | -कारीगर जातियां | ||
Line 41: | Line 41: | ||
-मध्यम जातियां | -मध्यम जातियां | ||
− | {'विलेज-इंडिया' में सामाजिक परिवर्तन को स्पष्ट करने के लिए मेकिम- | + | {'विलेज-इंडिया' में सामाजिक परिवर्तन को स्पष्ट करने के लिए मेकिम-र्मेरियट ने 'सार्वभौमीकरण' की अवधारणा को प्रस्तुत किया है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-290,प्रश्न-1 |
|type="()"} | |type="()"} | ||
+स्थानीकरण | +स्थानीकरण | ||
Line 83: | Line 83: | ||
-[[धर्म]] | -[[धर्म]] | ||
− | {निम्न में से किसमें विश्वास व्यवस्था की | + | {निम्न में से किसमें विश्वास व्यवस्था की शक्ति निहित है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-229,प्रश्न-3 |
|type="()"} | |type="()"} | ||
-कर्मकाण्ड | -कर्मकाण्ड | ||
Line 116: | Line 116: | ||
+नियंत्रित अर्थव्यवस्था | +नियंत्रित अर्थव्यवस्था | ||
-मिश्रित अर्थव्यवस्था | -मिश्रित अर्थव्यवस्था | ||
− | - | + | -मांग एवं पूर्ति अर्थव्यवस्था |
{स्तरीकरण का आधार निम्न में से क्या है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-149,प्रश्न-3 | {स्तरीकरण का आधार निम्न में से क्या है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-149,प्रश्न-3 | ||
Line 156: | Line 156: | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-दो संस्कृतियों के संपर्क में आने के परिणामस्वरूप एक दूसरे प्रभावित होते है | -दो संस्कृतियों के संपर्क में आने के परिणामस्वरूप एक दूसरे प्रभावित होते है | ||
− | + | + | +सभ्यता के प्रमुख केंद्रों से सांस्कृतिक विषयों तथा विशेषताओं के छोटे क्षेत्रों में प्रसार होता है |
-संस्थाएं तथा सांस्कृतिक प्रतिमान जो सार्वभौमिक रूप से सभी मानव समाजों में पाए जाते है | -संस्थाएं तथा सांस्कृतिक प्रतिमान जो सार्वभौमिक रूप से सभी मानव समाजों में पाए जाते है | ||
-एक व्यक्ति जो दूसरे समूहों के सांस्कृतिक तत्वों को आत्मसात करता है | -एक व्यक्ति जो दूसरे समूहों के सांस्कृतिक तत्वों को आत्मसात करता है | ||
Line 167: | Line 167: | ||
-शिक्षा शब्द स्वत: निर्मित शब्द है | -शिक्षा शब्द स्वत: निर्मित शब्द है | ||
− | {निम्नलिखित में से कौन | + | {निम्नलिखित में से कौन समाजिक स्तरीकरण का अकार्य नहीं है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-332,प्रश्न-6 |
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सामाजिक दूरी बढ़ाना | -सामाजिक दूरी बढ़ाना | ||
Line 209: | Line 209: | ||
-भारत के रेगिस्तानी क्षेत्र में | -भारत के रेगिस्तानी क्षेत्र में | ||
− | {उस प्रक्रिया को जिसमें एक नृजातीय समूह अपनी विशिष्ट विशेषताओं को समाप्त | + | {उस प्रक्रिया को जिसमें एक नृजातीय समूह अपनी विशिष्ट विशेषताओं को समाप्त कर अन्य सामाजिक खण्ड से अभेद्य हो जाता है, किस नाम से पुकारते हैं?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-290,प्रश्न-4 |
|type="()"} | |type="()"} | ||
-आत्मसात्करण | -आत्मसात्करण | ||
-प्रसार | -प्रसार | ||
+बहुसांस्कृतिवाद | +बहुसांस्कृतिवाद | ||
− | - | + | -बहुलवाद |
{शिक्ष् का क्या अर्थ है।(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-318,प्रश्न-4 | {शिक्ष् का क्या अर्थ है।(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-318,प्रश्न-4 | ||
Line 244: | Line 244: | ||
+चक्रीय | +चक्रीय | ||
− | {अलौकिता से किस धर्म का | + | {अलौकिता से किस धर्म का संबंध है।(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-191,प्रश्न-7 |
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[हिन्दू धर्म]] | -[[हिन्दू धर्म]] | ||
Line 293: | Line 293: | ||
+उपर्युक्त सभी | +उपर्युक्त सभी | ||
− | {किस | + | {किस समाजशास्त्री ने अभिजात वर्ग का परिभ्रमण सिद्धांत का प्रतिपादन किया?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-175,प्रश्न-6 |
|type="()"} | |type="()"} | ||
+पैरेटो | +पैरेटो |
Revision as of 12:11, 20 March 2014
|