Difference between revisions of "शौक़त महल भोपाल"

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
m (शौकत महल भोपाल का नाम बदलकर शौक़त महल भोपाल कर दिया गया है)
Line 1: Line 1:
 
[[चित्र:Shaukat-Mahal-Bhopal.jpg|thumb|250px|शौकत महल, [[भोपाल]]]]
 
[[चित्र:Shaukat-Mahal-Bhopal.jpg|thumb|250px|शौकत महल, [[भोपाल]]]]
'''शौक़त महल''' [[मध्य प्रदेश]] के [[भोपाल]] शहर के इकबाल मैदान के बीचोंबीच चौक एरिया के प्रवेश द्वार पर स्थित है।  
+
'''शौक़त महल''' [[मध्य प्रदेश]] के [[भोपाल]] शहर के इक़बाल मैदान के बीचोंबीच चौक क्षेत्र के प्रवेश द्वार पर स्थित है।  
 
*इस महल का निर्माण सन् 1830 ई. में भोपाल राज्य की प्रथम महिला शासिका नवाब कुदसिया बेगम ने कराया था।  
 
*इस महल का निर्माण सन् 1830 ई. में भोपाल राज्य की प्रथम महिला शासिका नवाब कुदसिया बेगम ने कराया था।  
 
*यह महल इस्‍लामिक और यूरोपियन शैली का मिश्रित रूप है।  
 
*यह महल इस्‍लामिक और यूरोपियन शैली का मिश्रित रूप है।  
 
*यहाँ पश्चिमी वास्तु और इस्लामी वास्तु का नायाब संगम है।  
 
*यहाँ पश्चिमी वास्तु और इस्लामी वास्तु का नायाब संगम है।  
 
*शौक़त महल समन्वयवादी स्थापत्य का उत्कृष्ट उदाहरण है।   
 
*शौक़त महल समन्वयवादी स्थापत्य का उत्कृष्ट उदाहरण है।   
*इस महल का आकल्पन एक फ्रेंच वास्तुविद ने किया था।  
+
*इस महल का आकल्पन एक फ़्रान्सीसी वास्तुविद ने किया था।  
 
*यह महल लोगों की पुरातात्विक जिज्ञासा को जीवंत कर देता है।   
 
*यह महल लोगों की पुरातात्विक जिज्ञासा को जीवंत कर देता है।   
*इस महल में नवाब जहांगीर मोहम्मद खान और उनकी बेगम नवाब सिकन्दर जहां अपने शुरुआती दौर में रहे थे।  
+
*इस महल में नवाब जहांगीर मोहम्मद ख़ान और उनकी बेगम नवाब सिकन्दर जहां अपने शुरुआती दौर में रहे थे।  
 
*उनके बाद शासिका बनने के पहले शाहजहां बेगम अपने शौहर नवाब उमराव दूल्हा के साथ रहती थीं।  
 
*उनके बाद शासिका बनने के पहले शाहजहां बेगम अपने शौहर नवाब उमराव दूल्हा के साथ रहती थीं।  
 
*शौक़त महल के सामने एक विशाल गुलाब उद्यान था।
 
*शौक़त महल के सामने एक विशाल गुलाब उद्यान था।

Revision as of 05:40, 31 July 2014

[[chitr:Shaukat-Mahal-Bhopal.jpg|thumb|250px|shaukat mahal, bhopal]] shauqat mahal madhy pradesh ke bhopal shahar ke iqabal maidan ke bichoanbich chauk kshetr ke pravesh dvar par sthit hai.

  • is mahal ka nirman sanh 1830 ee. mean bhopal rajy ki pratham mahila shasika navab kudasiya begam ne karaya tha.
  • yah mahal ish‍lamik aur yooropiyan shaili ka mishrit roop hai.
  • yahaan pashchimi vastu aur islami vastu ka nayab sangam hai.
  • shauqat mahal samanvayavadi sthapaty ka utkrisht udaharan hai.
  • is mahal ka akalpan ek fransisi vastuvid ne kiya tha.
  • yah mahal logoan ki puratatvik jijnasa ko jivant kar deta hai.
  • is mahal mean navab jahaangir mohammad khan aur unaki begam navab sikandar jahaan apane shuruati daur mean rahe the.
  • unake bad shasika banane ke pahale shahajahaan begam apane shauhar navab umarav doolha ke sath rahati thian.
  • shauqat mahal ke samane ek vishal gulab udyan tha.


panne ki pragati avastha
adhar
prarambhik
madhyamik
poornata
shodh

tika tippani aur sandarbh

sanbandhit lekh