आहवमल्ल

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आहवमल्ल एक प्रसिद्ध उपाधि, जिसे कल्याणी के चालुक्यवंशी राजा सोमेश्वर प्रथम (1053-1068 ई.) ने धारण किया था। उसने चोल राजा राजाधिराज को कोप्पम के युद्ध में पराजित करके चालुक्यों की शक्ति का पुनरुद्धार किया था।

  • सोमेश्वर प्रथम ने मालवा की धारा नगरी और सुदुर दक्षिण की कांची नगरी पर भी विजय प्राप्त की थीं।
  • गुर्जर-प्रतिहार राजा मिहिर भोज भी सोमेश्वर प्रथम के हाथों पराजित हुआ।
  • अपने जीवन के अंतिम दिनों में सोमेश्वर प्रथम अत्यधिक बीमार हो गया था।
  • एक असाध्य ज्वर से पीड़ित होने पर उसने शिवमंत्र का जाप करते हुए तुंगभद्रा नदी में छलांग लगाकर अपने प्राण त्याग दिये।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

भारतीय इतिहास कोश |लेखक: सच्चिदानन्द भट्टाचार्य |प्रकाशक: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान |


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